बालोद।
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में करीब 60 लाख रुपये की चोरी का मामला सुलझा लिया गया है। चोरी गईं दो चैन माउंटेन मशीनें और एक मोटरसाइकिल को स्वीप्टर वाहन से बरामद किया गया, जिनकी लोकेशन जंगल और अन्य इलाकों में छिपाकर रखी गई थी।
कैसे हुआ खुलासा?
दिनांक 16 जून 2025 को राजस्व, पुलिस, वन और खनिज विभाग की संयुक्त टीम ने ग्राम गोड़पाल (पंचायत मुल्लेगुड़ा) की सूखा नदी में अवैध रेत खनन की जांच की। इसी दौरान जांच दल को चैन माउंटेन मशीनों के निशान जंगल की ओर मिले।
टीम ने करीब 230 मीटर दूर जंगल में लावारिस हालत में दो मशीनें बरामद कीं:
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जेसीबी 205 (पीला रंग) – इंजन नंबर: 84909178, PIN: PUNJD20AEK
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टाटा हिटाची (नारंगी रंग) – इंजन नंबर: 20015370
चोरी की पुष्टि और FIR
जांच में सामने आया कि ये मशीनें वन विभाग परिसर, नारागांव (कक्ष क्रमांक 46 आर.एफ.) से चोरी हुई थीं।
इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी हेमलता उइके की शिकायत पर अपराध क्रमांक 256/2025, धारा 303(2) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने सघन छानबीन और तकनीकी मदद से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है:
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ओंकार साहू – निवासी माहुद, बालोद (वर्तमान: नंदई चौक, राजनांदगांव)
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देव निषाद – निवासी सुभाष चौक, दल्लीराजहरा
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रवि राव – निवासी कॉलेज रोड, दल्लीराजहरा
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मिंटू कुमार पासवान – मूल निवासी बलिया (उत्तर प्रदेश), वर्तमान: राजनांदगांव
क्या थी चोरी की रणनीति?
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि मशीनों को पहले माइनिंग विभाग द्वारा जप्त किया गया था, लेकिन वे उसे स्वीप्टर वाहन में लोड कर ले गए।
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एक मशीन को झरन मंदिर, दल्लीराजहरा के पास
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दूसरी को राजनांदगांव में छुपाकर रखा गया था।
इनकी निशानदेही पर दोनों मशीनें बरामद कर ली गईं।
टेक्नोलॉजी बनी सहायक
वर्ष 2023 में चोरी गई एक बाइक को ‘सशक्त ऐप’ की मदद से भी इस ऑपरेशन के दौरान ट्रैक किया गया, जिससे तकनीकी दक्षता और आधुनिक टूल्स की भूमिका स्पष्ट होती है।
संयुक्त विभागीय कार्रवाई और आधुनिक तकनीक के प्रयोग से यह सफलता पुलिस और प्रशासनिक तंत्र की सजगता का बेहतरीन उदाहरण है।
