महासमुंद। साईटसेवर्स इंडिया द्वारा महासमुंद नगर स्थित टाउन हॉल में दिव्यांगजनों के लिए एक विशेष रोजगार मेले का आयोजन किया गया। इस आयोजन में शासकीय संस्थानों ने भी सहयोग प्रदान किया, जिसका उद्देश्य दिव्यांगजनों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना और उन्हें समाज में सशक्त बनाना था।
उपस्थिति और प्रतिभागिता
रोजगार मेले में कुल 257 लोग उपस्थित रहे, जिनमें से 185 दिव्यांगजनों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इन प्रतिभागियों ने रोजगार के विभिन्न अवसरों में रुचि दिखाते हुए अपनी जॉब प्रोफाइल भरी। मेले में बड़ी संख्या में दिव्यांगजन शामिल हुए, जो अपने कौशल और क्षमता के आधार पर रोजगार के अवसर प्राप्त करने के लिए उत्साहित थे।
रोजगार प्रदाता और उनकी भूमिका
इस आयोजन में विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों और संस्थानों ने भाग लिया और अपने-अपने स्टॉल लगाए। रोजगार प्रदाताओं ने अपनी संस्थाओं में उपलब्ध रिक्तियों की जानकारी दी और दिव्यांगजनों के लिए उपयुक्त नौकरी के अवसर प्रस्तुत किए। प्रमुख रोजगार प्रदाताओं में शामिल थे:
एलआईसी (LIC)
एसबीआई (SBI)
जिला रोजगार कार्यालय
आई मित्रा
रिक्रूज
जय पतई माता हॉस्पिटल, पटेवा
शिखर कंप्यूटर
डॉ. रेड्डी फाउंडेशन
एंड्रोमिडा फाइनेंस
निडकॉन सर्विसेज
औद्योगिक क्षेत्र बिरकोनी
इन संस्थानों ने न केवल दिव्यांगजनों के लिए रोजगार के अवसर प्रस्तुत किए, बल्कि उनके कौशल के विकास और क्षमता निर्माण के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और अतिविशिष्ट अतिथि
रोजगार मेले में मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध सोशल इंफ्लुएंसर डॉ. एकता लहंगे उपस्थित रहीं। उन्होंने दिव्यांगजनों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उनकी प्रतिभा और कौशल किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। डॉ. लहंगे ने समाज को जागरूक करने और दिव्यांगजनों के प्रति सहानुभूति एवं सम्मान बढ़ाने पर जोर दिया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में महासमुंद समाज कल्याण उपसंचालक संगीता सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के प्रयास समाज में समावेशिता को बढ़ावा देते हैं और दिव्यांगजनों को उनकी क्षमताओं के अनुरूप रोजगार पाने में सहायता प्रदान करते हैं।
साईटसेवर्स इंडिया की भूमिका
साईटसेवर्स इंडिया की राज्य प्रमुख उर्मिमाला सेनगुप्ता ने इस आयोजन की सफलता पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह रोजगार मेला दिव्यांगजनों को मुख्यधारा में जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है। सेनगुप्ता ने कहा, “दिव्यांगजनों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना हमारी प्राथमिकता है। हम उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।”
साईटसेवर्स इंडिया के कार्यक्रम अधिकारी प्रांजल प्रकाश त्रिपाठी ने आयोजन के दौरान सभी प्रतिभागियों और रोजगार प्रदाताओं के बीच समन्वय बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई। राज्य सलाहकार संदीप रॉय ने भी अपनी विशेषज्ञता और अनुभव के माध्यम से कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।
दिव्यांगजनों के अनुभव और उत्साह
रोजगार मेले में शामिल दिव्यांगजन इस पहल से अत्यधिक प्रेरित नजर आए। मेले में उपस्थित प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्हें इस आयोजन से न केवल रोजगार के अवसर मिले, बल्कि उन्हें अपने कौशल और क्षमता को पहचानने का भी मौका मिला।
एक प्रतिभागी ने कहा, “यह मेला हमारे लिए बहुत खास है। यहां हमें रोजगार प्रदाताओं से सीधे बातचीत करने का मौका मिला और हमें समझ में आया कि हमारी क्षमताओं के अनुसार किस क्षेत्र में काम करना सबसे बेहतर होगा।”
समाज में सशक्तिकरण और समावेशिता का संदेश
यह रोजगार मेला केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि समाज में दिव्यांगजनों के प्रति जागरूकता और उनके सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इस आयोजन ने न केवल दिव्यांगजनों को रोजगार के नए अवसर प्रदान किए, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि दिव्यांगजन किसी से कम नहीं हैं।
आयोजन की सफलता और भविष्य की योजनाएं
रोजगार मेले की सफलता को देखते हुए आयोजकों ने भविष्य में इस तरह के और कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। साईटसेवर्स इंडिया और शासकीय संस्थाओं ने दिव्यांगजनों के लिए और अधिक रोजगार अवसरों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई।
निष्कर्ष
दिव्यांगजनों के लिए महासमुंद में आयोजित यह रोजगार मेला समाज में एक सकारात्मक बदलाव की शुरुआत है। इस पहल ने यह साबित किया है कि सही दिशा और प्रयासों से दिव्यांगजन न केवल आत्मनिर्भर बन सकते हैं, बल्कि समाज और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान भी दे सकते हैं। आयोजकों, रोजगार प्रदाताओं और प्रतिभागियों के संयुक्त प्रयासों से यह मेला सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुआ।
संकलनकर्ता – प्रभात मोहंती