27 सितंबर को सामूहिक अवकाश पर जा सकता पूरा शासकीय अमला
(जे के मिश्र ) बिलासपुर !छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर आज पूरे प्रदेश में अपने चार सूत्री मांग के लिए मसाल रैली निकाली जा रही है, इस अभियान में बिलासपुर के अधिकारी कर्मचारियों ने भी कोन्हार गार्डन नेहरू चौक से कलेक्ट्रेट आफिस तक आज सायं 4:30 बजे विशाल मसाल रैली निकाली इस रैली में बहुत संख्या में महिला कर्मचारी एवं अधिकारियों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया कर्मचारियों के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज गया, मुख्यमंत्री के नाम मांगों का ज्ञापन को कलेक्टर बिलासपुर के माध्यम से सोपा गया…
प्रमुख मांगे,
नंबर 1
बीजेपी घोषणा पत्र अनुसार प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र के समान 1 जुलाई 24 से 4% महंगाई भत्ता दिया जाए साथ ही प्रदेश के कर्मचारियों को जुलाई 2019 से देव तिथि पर महंगाई भत्ता के अरियश राशि का समायोजन जी पी एफ खाते में किया जाए ,
नंबर दो
बीजेपी घोषणा पत्र अनुसार प्रदेश के शासकीय सेवकों को चार स्तरीय समय मान वेतन मान दिया जाए।
नंबर 3
केंद्र के समान गृह भाड़ा भत्ता दिया जाए
नंबर चार बीजेपी घोषणा पत्र अनुसार मध्य प्रदेश सरकार की भांति प्रदेश के शासकीय सेवकों को अर्जित अवकाश नगदी करण 240 दिन के स्थान पर 300 दिन किया जाए।
फेडरेशन के संयोजक श्री जी आर चंद्रा ने बताया कि यह आंदोलन का तीसरा चरण है इसके पश्चात अगर शासन उपरोक्त चार सूत्री मांगों को पूरा नहीं करती है तो प्रदेश के समस्त कर्मचारी अधिकारी 27 सितंबर 2024 को सामूहिक अवकाश लेकर कलम बंद काम बंद हड़ताल जिलों में सामूहिक धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा।
प्रदेश के शान द्वारा मान्यता प्राप्त संगठनों का प्रतिनिधि संगठन छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के द्वारा 6 अगस्त 24 से आंदोलन प्रारंभ किया गया है प्रथम चरण 6 अगस्त को इंद्रावती भवन से मंत्रालय तक रैली का आयोजन किया गया द्वितीय चरण 20 अगस्त से 30 अगस्त 2024 तक माननीय विधायकों एवं सांसदों को ज्ञापन सोपा गया आज तृतीय चरण में पूरे प्रदेश में मसाल रैली निकाली जा रही है
बिलासपुर में बहुत कम अवसरों पर इतना विशाल कर्मचारियों अधिकारियों की रैली निकलती है परंतु कर्मचारियों का अपने संगठन के प्रति लगाब और लंबित मांगे जो बहुत समय से पूरी नहीं हो रही है उसका यह परिणाम था।
कर्मचारियों अधिकारियों की एकजुटता के लिए बिलासपुर जिला और उसके बाद कोटा तखतपुर बिल्हा मस्तूरी विकासखंड अपनी अलग ही पहचान रखता है।
इस महारैली में प्रांतीय एवं जिलास्तर के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे ।
