मुंगेली जिले की पहचान बन चुकी “प्रयास ‘अ’ स्माल स्टेप फाउंडेशन” सामाजिक संस्था
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
मुंगेली- मुंगेली जिले की पहचान बन चुकी “प्रयास ‘अ’ स्माल स्टेप फाउंडेशन” सामाजिक संस्था
जिनके द्वारा पूरे साल बैगा आदिवासी जनजाति के लोगों के शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आवास के लिए प्रयास किया जाता है जिससे इनके भविष्य को बेहतर बनाया जा सके.. प्रयास संस्था लगातार जनजाति लोगो क़े उत्थान और उनके जीवन शैली में शिक्षा के जरिये आवश्यक बदलाव लाने की अलख जगाने की कोशिश की जा रही है जिससे ये शिक्षित होकर समाज में उचित दर्जा प्राप्त कर अपने हक अधिकारों को पा सके..

संस्था प्रमुख रामकिंकर परिहार ने बताया की मुंगेली जिले के लोरमी इलाके का बहुत बड़ा भू भाग अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगल सहित मुंगेली वन मंडल का बहुत बड़ा क्षेत्र आता है..
और यहाँ आज भी विकास शिक्षा स्वास्थ्य पीने के पानी जैसे सुविधाओं से वंचित रह जाते है.. और जानकारी क़े अभाव में अपने अधिकारों का लाभ लेने से चूक जाते है ऐसे में इन वनावासियों में शिक्षा की अलख जगाने का बीड़ा उठाया प्रयास संस्था के प्रमुख रामकिंकर और उनके टीम के सदस्यों ने और वनाँचल में जनसहयोग से एक वनवासी स्कूल की शुरुआत की..

जहाँ से बच्चों को उचित शिक्षा दी जा सके.. और इस संस्था के नेक सामाजिक दायित्वों को बखूबी निभाते देखते हुए प्रदेश के राज्यपाल का आमंत्रण इस संस्था और इनके वनवासी बच्चों को मिला.. राजभवन से मिले आमंत्रण से न केवल संस्था के लोग बल्कि सभी बच्चे भी बहुत खुश है.. इनमें से अधिकांश बच्चे इसलिए भी खुश है क्योंकि उन लोग कभी जंगल से बाहर नही निकले है और इन्हे प्रदेश के राजधानी रायपुर जाने का सौभाग्य मिल रहा है..

जहाँ राजभवन में राज्यपाल से मिलने की उत्सुकता बच्चों में साफ दिखाई दे रहा है..ये संस्था अपने वनवासी बच्चों के साथ 12 अप्रैल को राजभवन पहुंचेगी.. जहाँ एक भारत श्रेष्ठ भारत योजना के अंतर्गत राजभवन के दरबार हाल में आयोजित अरुणाचल, राजस्थान और ओड़िसा राज्य के स्थापना दिवस अवसर पर आयोजित समारोह में शामिल होने का आमंत्रण मिला है..

जिससे सभी बहुत ज्यादा उत्साहित है.. गौरतलब है इस संस्था के सदस्यों ने वैश्विक कोरोना महामारी के दौरान अपने जान की बाजी लगाकर लोगो को दूध राशन आक्सीजन दवा मेडिकल सुविधाएं जैसे सहयोग कर हजारों जिन्दगी बचाई थी।

