दुर्ग। “ऑपरेशन विश्वास” के तहत दुर्ग पुलिस ने नशे के कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक अंतरराज्यीय तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने 9,840 ट्रामाडोल कैप्सूल और चार मोबाइल फोन जब्त करते हुए उत्तर प्रदेश से जुड़े पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के नेतृत्व में की गई, जिसने जिलेभर में हड़कंप मचा दिया।
मर्चुरी के पास पकड़ी गई संदिग्ध हलचल
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि जिला अस्पताल दुर्ग मर्चुरी के पास कुछ लोग नशीली दवाओं की बिक्री कर रहे हैं। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस ने घेराबंदी कर तीन आरोपियों —
प्रेम सिंह, रवि कुमार शर्मा और उमेश कुमार कश्यप — को मौके से दबोच लिया।
तलाशी में उनके पास से 3,840 ट्रामाडोल कैप्सूल और दो मोबाइल फोन बरामद हुए। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह सिर्फ “डिलीवरी पॉइंट” था, असली सौदा पीछे से संचालित हो रहा था।
UP कनेक्शन से आया जहर
गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने आसिफ मोहम्मद और शाहिद कुरैशी को जामुल सब्जी बाजार के पास से गिरफ्तार किया। इनके पास से 6,000 ट्रामाडोल कैप्सूल और दो मोबाइल फोन मिले।
जांच में सामने आया कि यह गिरोह उत्तर प्रदेश से अवैध नशीली दवाएं खरीदकर छत्तीसगढ़ में युवाओं को सस्ते दामों पर बेचता था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह नेटवर्क “गली-गली में जहर बेचने” की साजिश पर काम कर रहा था, जिससे जिले के युवाओं को नशे की गिरफ्त में धकेला जा रहा था।
गिरोह का खुलासा — संगठित नशा नेटवर्क
गिरफ्तार आरोपी —
1️⃣ आसिफ मोहम्मद (33) निवासी जोन 01 खुर्सीपार
2️⃣ प्रेम सिंह (36) निवासी कैम्प 01 थाना छावनी
3️⃣ शाहिद कुरैशी (36) निवासी दुर्गापारा न्यू खुर्सीपार
4️⃣ रवि कुमार शर्मा (35) निवासी न्यू खुर्सीपार
5️⃣ उमेश कुमार कश्यप (38) निवासी कैम्प 02 भिलाई
सभी के खिलाफ NDPS एक्ट की धारा 21(सी) और 27(क) के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पूछताछ में उन्होंने कबूल किया कि वे लंबे समय से नशे का कारोबार कर रहे थे और हर महीने हजारों कैप्सूल राज्यभर में सप्लाई करते थे।
‘ऑपरेशन विश्वास’ का असर — तस्करों में मची दहशत
इस अभियान का नेतृत्व कर रहे एसएसपी विजय अग्रवाल ने कहा —
“हम नशे के जड़ तक पहुंचकर इसे खत्म करेंगे। यह केवल अभियान नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी है।”
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह नशा तस्करी नेटवर्क कितने राज्यों तक फैला है और इसके मास्टरमाइंड कौन हैं। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस की सतर्कता, जनता से अपील
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत साझा करें। “ऑपरेशन विश्वास” का मकसद जिले को नशामुक्त बनाना और युवाओं को इस जाल से बाहर रखना है।
इस कार्रवाई में उनि प्रताप सिंह ठाकुर, उनि उदय शंकर झा, सउनि चंद्रशेखर सोनी, तथा आरक्षक गजेन्द्र यादव, हिमांशु जंघेल और खिलेश कुर्रे की महत्वपूर्ण भूमिका रही। सभी को पुलिस अधीक्षक ने सराहा है।

Author: Deepak Mittal
