विनाशकारी दाना तूफान.! इन राज्यों पर मंडरा रहा खतरा, तबाह होने का डर

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Cyclone Dana: अंडमान सागर से उठा चक्रवाती तूफान दाना बंगाल की खाड़ी की तरफ तेजी से बढ़ रहा है.मौसम विभाग की मानें तो साइक्लोन 24 अक्टूबर को आधी रात या फिर 25 अक्टूबर की सुबह पुरी तट से टकराएगा. इस दौरान 120 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. वहीं इसके मद्देनजर पुरी में 3 हजार से ज्यादा पर्यटकों को सुरक्षित घर भेज दिया गया है. होटल की बुकिंग चार दिन रोक दी गई है. ओडिशा में 14 जिलों के सभी स्कूल-कॉलेजों की 25 तक छुट्टी कर दी गई है. जबकि कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द हो गई है. ओडिशा में करीब 10 लाख लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है.

इस तूफान का असर बंगाल पर भी दिखेगा.यही वजह है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवात दाना को लेकर बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर राज्य के सात जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार इस मुद्दे से निपटने के लिए तैयार है और 24×7 नियंत्रण कक्ष के माध्यम से स्थिति पर नजर रख रही है.

इन राज्यों पर पड़ेगा दाना तूफान का असर

यहां पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि कोलकाता, हावड़ा, हुगली और झारग्राम में 23 से 24 अक्टूबर के बीच भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग की मानें तो 29 में से 14 तटीय जिलों में तूफान का व्यापक असर होने की आशंका है, इसलिए यहां ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ODRF) की 51, फायर ब्रिगेड की 178, नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) की 20 टीमें लगा दी गई हैं.

चक्रवाती तूफान दाना का प्रभाव

चक्रवाती तूफान के मद्देनजर कोलकाता नगर निगम ने भी अपना 24×7 कंट्रोल रूम शुरू किया है. अधिकारियों ने बताया कि सीएमओ बिल्डिंग और केएमसी का केंद्रीय नियंत्रण कक्ष 23 अक्टूबर को यानी आज दोपहर 2:00 बजे से लेकर 26 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान के कम होने तक 24 घंटे सक्रिय रहेगा. इस दौरान सीवरेज एवं ड्रेनेज, प्रकाश एवं बिजली, पार्क एवं चौराहे, सड़क, बाजार, जलापूर्ति, भवन, आपूर्ति, स्वास्थ्य, नगर सचिव एवं विज्ञापन विभाग जैसे प्रमुख नागरिक गतिविधियों से जुड़े कर्मचारियों की सभी प्रकार की छुट्टियां रद्द रहेंगी.

मछुआरों को ख़तरनाक परिस्थितियों के कारण समुद्र ना जाने की सलाह

इसके अलावा, विभागों के संबंधित नियंत्रण अधिकारी कार्यालय समय के बाद आपातकालीन प्रयोजनों के लिए रखे जाने वाले कर्मचारियों को रोस्टर ड्यूटी आवंटित करेंगे.रोस्टर ड्यूटी की प्रतिलिपि तत्काल संदर्भ के लिए केएमसी के महापौर, नगर आयुक्त, नगर सचिव और नियंत्रण कक्ष के प्रभारी अधिकारी के कार्यालय को भेजी जानी चाहिए. इसी प्रकार, नगर के कार्यकारी अभियंता (सिविल) अपने-अपने नगर में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करेंगे, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी/कर्मचारी तैनात रहेंगे. इस बीच, निवासियों को चक्रवात के कारण भारी बारिश, तेज हवाओं और तूफान की आशंका के बारे में चेतावनी दी गई है. मछुआरों को ख़तरनाक परिस्थितियों के कारण समुद्र में जाने से बचने की सलाह दी गई है.

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Author: Deepak Mittal

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