निर्मल अग्रवाल ब्यूरो चीफ मुंगेली 8959931111
छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने सभी नगर निगमों के महापौरों और नगर पालिकाओं एवं पंचायतों के अध्यक्षों को पत्र लिखकर 17 सितंबर को ‘स्वच्छोत्सव’ के रूप में मनाने और ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करने का आग्रह किया है। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलेगा, जिसका थीम ‘स्वच्छोत्सव: स्वच्छ एवं हरित उत्सव’ है, जो पर्यावरण-अनुकूल और अपशिष्ट-मुक्त शहरों की कल्पना करता है।
श्री साव ने पत्र में स्वच्छता को भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि यह पूर्वजों से प्राप्त संस्कार है, जो युवा पीढ़ी और समाज को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में छत्तीसगढ़ के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर गर्व व्यक्त किया, जहां अंबिकापुर, पाटन और बिश्रामपुर ने देश के 23 सबसे स्वच्छ शहरों की ‘सुपर स्वच्छ लीग’ में स्थान पाकर राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त किया। बिलासपुर, कुम्हारी और बिल्हा को अपनी श्रेणियों में ‘स्वच्छ शहर’ का सम्मान मिला, जबकि रायपुर को ‘प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर’ का पुरस्कार दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर इस अभियान को जन-उत्सव बनाने का आग्रह करते हुए श्री साव ने सफाई लक्षित इकाइयों के रूपांतरण, सार्वजनिक स्थलों की सफाई, हरित उत्सवों का आयोजन, सफाई मित्रों के लिए सुरक्षा शिविर और जन-जागरूकता पर जोर दिया। उन्होंने रैलियां, प्रभात फेरियां, शपथ, चित्रकला/निबंध प्रतियोगिताएं और जन-संवाद के माध्यम से हर गली-मोहल्ले को जोड़ने को कहा। 25 सितंबर को राष्ट्रव्यापी ‘श्रमदान’ कार्यक्रम ‘एक दिन, एक घंटा, एक साथ’ के तहत आयोजित करने का आह्वान किया, जिसमें जनप्रतिनिधियों से लेकर आम नागरिकों तक की भागीदारी सुनिश्चित हो।
श्री साव ने 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के रूप में ‘स्वच्छोत्सव’ मनाने का सुझाव दिया, जो उनके स्वच्छ भारत मिशन के योगदान का प्रतिबिंब है। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर स्वच्छ भारत दिवस के रूप में शहरों को साफ-सुथरा बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि देने का आग्रह किया। उन्होंने विश्वास जताया कि इस अभियान से शहर स्वच्छ, सुंदर और नवाचारों से युक्त बनेंगे, तथा स्वच्छ भारत मिशन को नई गति मिलेगी।

Author: Deepak Mittal
