मुर्गीपालन कर कमा रहे सालाना कमा रहे 01 लाख 20 हजार रूपए
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
मुंगेली- छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के छोटे से गाँव हथनीकला में रहने वाले दीपक सिंह की कहानी आज अनेक लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी है। दीपक पहले सिर्फ खेती और मनरेगा के तहत मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे।
सीमित संसाधनों और अस्थायी रोजगार के बीच जीवन कठिनाइयों से भरा था, लेकिन प्रोजेक्ट उन्नति से उनके जीवन की दिशा ही बदल गई। दीपक ने बताया कि उन्होंने ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, बिलासपुर में 10 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त कर वैज्ञानिक तरीके से मुर्गीपालन की बारीकियाँ सीखी।
प्रशिक्षण के बाद दीपक ने 10 मुर्गियों से काम की शुरुआत की। जब पहली बार मुर्गियाँ बेचीं और कुछ लाभ हुआ, तो उन्होंने उसी लाभ से और मुर्गियाँ खरीदीं। धीरे-धीरे उनका आत्मविश्वास बढ़ता गया और उन्होंने 01 लाख रुपये की लागत से खुद का पोल्ट्री शेड बना लिया, जिसमें अब 450 मुर्गियाँ हैं। इससे वे सालाना 01 लाख 20 हजार रुपये कमा रहे हैं। दीपक के इस कार्य का लाभ केवल उनके परिवार को ही नहीं, पूरे गाँव को मिल रहा है।
पहले गाँव के लोग मुर्गी खरीदने के लिए शहर जाते थे, अब उन्हें यह सुविधा गाँव में ही मिल जाती है। दीपक की इस पहल ने गाँव में रोजगार और आत्मनिर्भरता का नया उदाहरण प्रस्तुत किया है। प्रोजेक्ट उन्नति न केवल एक योजना है, बल्कि यह ग्रामीण युवाओं के लिए भविष्य की नई उम्मीद है।
