निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली
सरगांव- मुंगेली जिले के पथरिया तहसील अंतर्गत ग्राम रामबोर्ड में स्थित मेसर्स वासुदेव ट्रेड लिंक में लोडर के चढ़ने से गौ माता की मृत्यु हो गयी है। दिन दहाड़े उक्त फैक्ट्री में चल रहे लोडर ने गौ माता को अपने चपेट में ले लिया जो कि घोर लापरवाही का परिचायक है गौ माता की मृत्यु ने फैक्ट्री संचालन में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नए सवाल खड़ा किये है।

जंहा इतनी बड़ी फैक्ट्री में दिन दहाड़े ऐसी लापरवाही बरती गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त मामले को दबाने का प्रयास भी किया गया । ग्रामवासियों को उक्त खबर के मिलने पश्चात उन्हें गौ माता को देखने जाने से रोका जा रहा था। लेकिन स्थिति की गम्भीरता और ग्रामीणों के शोर शराबे को देखते हुए उन्हें गौ माता को देखने की अनुमति दी गयी और गौ माता के मालिक को फैक्ट्री द्वारा उचित मुआवजे की बात कही गयी।

सुरक्षा पे उठे सवाल
दिन दहाड़े लापरवाही का खामियाजा जब एक बेजुबान को भुगतना पड़ा तब फैक्ट्री में काम कर रहे भारी संख्या में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। किस प्रकार का संचालन और परिचालन मेसर्स वासुदेव कर रही ये समझ से परे है।

क्या मुआवजा ही है उचित उपचार
लापरवाही पूर्वक कार्यों को गति देने के बाद क्या उस कार्य की सजा मुआवजा ही है ? ये भी एक बड़ा प्रश्न है । होने वाली दुर्घटनाओं को मुआवजा देकर निपटा दिया जाएगा ने ही असल मायने में लापरवाहियों को जन्म दिया है। इस पर उचित संज्ञान जरूरी है आज एक गौ माता की मृत्यु हुई है। कल कोई और बड़ी दुर्घटना से भी इंकार नही किया जा सकता।

क्या है वासुदेव ट्रेड लिंक
वासुदेव ट्रेड लिंक जो कि ग्राम रामबोर्ड में स्थित है एक स्पंज आयरन इकाई है। जो कि खसरा नम्बर 505(पार्ट), 502/2,503/3, व कुल क्षेत्रफल 11952 हेक्टेयर में स्थित है । इसकी क्षमता 30000 टन प्रति वर्ष से 58000 टन प्रति वर्ष डब्ल्यू, एच आर बी आधारित पावर प्लांट क्षमता ढाई मेगा वाट से 5 मेगावाट ,एफबीसी आधारित पावर प्लांट क्षमता 4.5 मेगावाट से 8 मेगावाट , हॉट चार्ज्ड रोल्ड प्रोडक्ट ( थ्रू इंडक्शन फर्नेन्स एवं रोलिंग मिल ) क्षमता 30000 टन प्रतिवर्ष से 90000 टन प्रतिवर्ष ,कोल गैसीफायर ,(प्रोड्यूसर गैस) क्षमता 2000 सामान्य घन मीटर प्रति घंटा से 6000 सामान्य घन मीटर प्रति घंटा,व न्यू वायर ड्राइंग मिल 60000 टन प्रतिवर्ष, बाइंडिंग वायर मिल 30000 टन प्रति वर्ष
की सम्भवतः स्वीकृति प्राप्त इस फैक्ट्री की लापरवाही से हुई बेजुबान की मृत्यु सुर्खियों में है।

