रायगढ़। सोमवार की सुबह शहर और गांवों में अचानक खामोशी चीरती पुलिस सायरन की आवाज़ें गूंज उठीं। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देश पर कोतरारोड़ पुलिस ने फरार आरोपियों और वारंटियों की धरपकड़ के लिए गली-मोहल्लों में सर्च ऑपरेशन चलाया।
थाना प्रभारी निरीक्षक मोहन भारद्वाज के नेतृत्व में पुलिस टीम ने भोर होते ही जामपाली, किरोड़ीमलनगर, सीतापुर, नयापारा ढिमरापुर चौक, धनागर, पचेड़ा, बघनपुर और खैरपुर समेत कई इलाकों में दबिश दी।
अभियान के दौरान ग्राम जामपाली से स्थायी वारंटी मालिकराम उर्फ शोभाराम डनसेना (निवासी बड़े डूमरपाली, खरसिया) को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा मारपीट, आबकारी और चोरी जैसे मामलों में फरार 09 अन्य वारंटियों को भी पुलिस ने धर दबोचा। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
इस अभियान में प्रधान आरक्षक प्रेम सिदार, आरक्षक चंद्रेश पाण्डेय, संदीप कौशिक, चुड़ामणी गुप्ता और शिवा प्रधान की अहम भूमिका रही। उनकी मुस्तैदी ने कोतरारोड़ पुलिस को बड़ी सफलता दिलाई।
लेकिन… सवाल अभी बाकी है—
क्या यह कार्रवाई केवल वारंटियों तक सीमित थी,
या पुलिस की नज़र अब भी किसी बड़े और गुप्त शिकारी पर टिकी है?

Author: Deepak Mittal
