निर्मल अग्रवाल ब्यूरो चीफ मुंगेली 8959931111
मुंगेली – नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विभिन्न वार्डों में लंबे समय से लगे जर्जर विद्युत खंभे अब स्थानीय नागरिकों के लिए परेशानी और दहशत का कारण बने हुए हैं। स्थिति यह है कि इन खंभों के किसी भी समय गिरने की आशंका बनी रहती है, जिससे क्षेत्र में हादसे का खतरा लगातार मंडरा रहा है।
विवेकानंद वार्ड पार्षद अर्चना सत्तू देवांगन ने बालानी चौक में स्थित जर्जर विद्युत पोल को हटाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए नगर पालिका पार्षद मद से 10,000 रुपये की अनुशंसा प्रदान की है। इस संबंध में पार्षद प्रतिनिधि सत्तू देवांगन ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य नगरपालिका अधिकारी को पत्र लिखकर इस पोल को तत्काल हटाने की मांग की गई है। पत्र में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि कुसुवा चाय दुकान के सामने वर्षों से खड़ा यह पोल कभी भी गिर सकता है और राहगीरों व आसपास के निवासियों की जान को खतरा है।

देवांगन ने कहा कि यदि समय रहते इस पोल को नहीं हटाया गया और किसी प्रकार की अप्रिय घटना होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और विद्युत विभाग की होगी। उन्होंने नगर पालिका प्रशासन से आग्रह किया है कि आवंटित बजट का उपयोग कर शीघ्र कार्यवाही की जाए और नागरिकों को राहत दी जाए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर में ऐसे कई स्थानों पर जर्जर पोल खड़े हैं, जिनकी समय-समय पर शिकायतें की जाती रही हैं, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण अब तक ठोस कदम नहीं उठाया गया। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि किसी बड़े हादसे का इंतजार करने के बजाय सभी जर्जर खंभों की सूची बनाकर प्राथमिकता के आधार पर उन्हें हटाया जाए।
बता दे कि विगत दिनों गांधी वार्ड के पार्षद विनय चोपड़ा ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन और मुख्य नगर पालिका अधिकारी को लिखित शिकायत किया था। इसी प्रकार काली माई वार्ड के मोहल्लेवासियों ने भी कई बार शिकायत दर्ज कराई, लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारी-कर्मचारी लापरवाह बने रहे और किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं की। इसी लापरवाही का परिणाम हाल ही में उस समय सामने आया जब एक जर्जर खंभा बंदर के चढ़ने से असंतुलित होकर अचानक दीक्षित परिवार के घर पर गिर पड़ा।
गनीमत रही कि इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
नगरवासियों ने यह भी कहा कि नगर पालिका और विद्युत विभाग को संयुक्त अभियान चलाकर शहर के सभी वार्डों का सर्वे करना चाहिए, ताकि खतरनाक पोल और तारों की पहचान कर उन्हें बदला जा सके। नागरिकों ने उम्मीद जताई है कि विवेकानंद वार्ड के इस मामले में कार्रवाई की शुरुआत होने के बाद अन्य वार्डों की समस्याओं पर भी ध्यान दिया जाएगा।

Author: Deepak Mittal
