पीडब्लूडी सचिव ने सड़क, सेतु और भवन निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की
मुख्य अभियंता को गंभीरता से कार्यों की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग के दिए निर्देश, कहा जिम्मेदारी लेकर काम करें सभी अधिकारी
विभागीय प्रक्रियाओं और कार्यवाहियो में तेजी लाने ई-ऑफिस से होंगे काम
बिलासपुर : लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने आज बस्तर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंताओं, अधीक्षण अभियंताओं तथा सभी कार्यपालन अभियंताओं की बैठक लेकर सड़क, सेतु और भवन निर्माण के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने आर.आर.पी. (Road Requirement Plan) और केंद्र प्रवर्तित आर.सी.पी.एल.डब्लू.ई.ए. (Road Connectivity Project in Left Wing Extremism Areas) के तहत स्वीकृत सड़कों और पुलों के साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की।
डॉ. सिंह ने नवा रायपुर स्थित निर्माण भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में अनुबंधित समय-सीमा में काम नहीं करने वाले ठेकेदारों को डिग्रेड व टर्मिनेट करने के निर्देश दिए। उन्होंने बस्तर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता को गंभीरता से सभी तरह के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग करने को कहा।
उन्होंने कार्यों को निर्धारित समय में और गुणवत्ता के साथ पूरा करने सभी अधिकारियों को जिम्मेदारी से काम करने के निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता श्री वी.के. भतपहरी, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के रायपुर के क्षेत्रीय अधिकारी, लोक निर्माण विभाग के अपर सचिव श्री एस.एन. श्रीवास्तव, राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता श्री ज्ञानेश्वर कश्यप और सेतु परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता श्री एस.के. कोरी भी बैठक में शामिल हुए।
लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि विभागीय बजट के सदुपयोग के साथ लोगों की सुविधा के लिए फील्ड पर तेजी से काम कराएं। उन्होंने सड़कों, भवनों और सेतु निर्माण के कार्यों की गति तेज करते हुए उन्हें जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।
डॉ. सिंह ने विभागीय काम-काज में कसावट और तेजी लाने ई-ऑफिस से कार्य करने को कहा। प्रमुख अभियंता श्री वी.के. भतपहरी ने बैठक में बताया कि विभाग के सभी कार्यालयों को आगामी 1 दिसम्बर से ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
उन्होंने विभागीय प्रक्रियाओं और कार्यवाहियों में तेजी लाने ई-आफिस से ही फाइलें तैयार कर प्रमुख अभियंता कार्यालय भेजने को कहा। उन्होंने कार्यों की तकनीकी स्वीकृति के बाद बिना किसी देरी के निविदा आमंत्रित करने के निर्देश दिए।
विभागीय सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने अधिकारियों को कार्यस्थलों का लगातार दौरा कर कार्यों की प्रगति का अपडेट रखने को कहा। उन्होंने सभी कार्यों में अपेक्षानुरूप प्रगति सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कार्य प्रारंभ नहीं करने वाले, धीमी गति से काम करने वाले तथा अनुबंधित समय-सीमा में काम नहीं करने वाले ठेकेदारों को नोटिस जारी कर उनका पंजीयन डिग्रेड और निरस्त करने के निर्देश दिए।
उन्होंने शैक्षणिक एवं छात्रावास भवनों के निर्माण कार्य आगामी शिक्षा सत्र की शुरूआत को ध्यान में रखकर पूर्ण कराने को कहा, ताकि सत्र के प्रारंभ से ही बच्चों को इनका लाभ मिल सके। उन्होंने सड़क मरम्मत के सभी कार्यों को आगामी दिसम्बर माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।
डॉ. सिंह ने बैठक में बस्तर परिक्षेत्र के विभिन्न जिलों में निर्माणाधीन सड़कों, भवनों और सेतु कार्यों की प्रगति के साथ ही प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त ऐसे कार्यों जिनकी निविदा आमंत्रित की जानी है, की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने सभी जिलों में प्रस्तावित बड़े कार्यों व परियोजनाओं को अमलीजाना पहनाने मैदानी कार्यालयों द्वारा की जा रही कार्यवाहियों की भी समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। बस्तर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता श्री एम.एस. उरांव और अधीक्षण अभियंता श्री एस.के. सूर्यवंशी सहित परिक्षेत्र के सभी कार्यपालन अभियंता बैठक में मौजूद थे।
ये काम जल्द होंगे पूर्ण
बस्तर परिक्षेत्र के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि दंतेवाड़ा जिले में गीदम जनपद से बांगाबाड़ी बायपास तथा सुकमा जिले में ग्राम झापरा से पुसपल्ली मार्ग का काम 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। इन दोनों कार्यों को दिसम्बर के अंत तक पूर्ण कर लिया जाएगा। कांकेर के खैरखेड़ा से गोटीटोला मार्ग का काम भी 60 प्रतिशत पूरा हो गया है। इसे दिसम्बर तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि गीदम-दंतेवाड़ा-किरंदुल मार्ग के उन्नयन और नवीनीकरण का कार्य भी 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। इसे जनवरी-2026 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। कोंडागांव जिले में कोपरा से टाटीपारा मार्ग का निर्माण 60 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। इसे मार्च-2026 तक पूरा किया जाएगा। बास्तानार में आई.टी.आई. भवन का 85 प्रतिशत काम पूरा हो गया है जो मार्च-2026 तक पूर्ण हो जाएगा।
Author: Deepak Mittal









