कांग्रेस रैली विवाद: किराए की भीड़ के आरोपों ने बढ़ाई सियासी गर्मी

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निर्मल अग्रवाल ब्यूरो चीफ मुंगेली 8959931111

मुंगेली- मुंगेली जिले में कांग्रेस द्वारा आयोजित ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान की पदयात्रा और रैली अब नए विवाद की चपेट में आ गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में कुछ महिलाओं ने दावा किया है कि उन्हें रैली में शामिल होने के लिए पैसे दिए गए थे, जिससे पार्टी की छवि पर सवाल उठ रहे हैं।

महिलाओं के बयानों से उपजा बवाल.

वीडियो में महिलाएं कैमरे के सामने खुलकर बोलती नजर आ रही हैं कि उन्हें 100 से 300 रुपये तक का वादा किया गया था, लेकिन कुछ को केवल 100 रुपये ही मिले। एक महिला ने कहा, “हमने काम छोड़कर पूरा दिन यहां बिताया, लेकिन वादे के मुताबिक पैसे नहीं दिए गए।” ये बयान रैली समाप्त होने के बाद रिकॉर्ड किए गए, जहां महिलाएं पैसे के नोट दिखाते हुए अपनी शिकायत दर्ज करा रही हैं। इस वीडियो के वायरल होने से सवाल उठने लगे हैं कि क्या रैली में जुटी भीड़ पूरी तरह से स्वाभाविक थी या इसमें आर्थिक प्रोत्साहन की भूमिका थी।

कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे विपक्ष की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि रैली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम लोगों की स्वस्फूर्त भागीदारी थी। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष घनश्याम वर्मा ने भी यही बात दोहराई और कहा कि हजारों लोगों को किराए पर नहीं लाया जा सकता। उन्होंने बताया कि जरहागांव से मुंगेली तक सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ी थी, जो पार्टी के समर्थन का प्रमाण दर्शाती है।

भाजपा का पलटवार

भाजपा नेता और नगर पालिका उपाध्यक्ष जयप्रकाश मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव हारने के बाद पार्टी के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए ऐसे तरीके अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि कुछ लोग उनके कार्यालय में शिकायत लेकर आए थे कि उन्हें रैली में बुलाया गया लेकिन न तो भोजन मिला और न ही वादा किया गया पैसा। मिश्रा ने इसे कांग्रेस की पुरानी परंपरा बताया, जहां आम लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जाती है।

रैली में प्रमुख नेताओं की उपस्थिति

रैली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जैसे छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, चरणदास महंत और दीपक बैज मौजूद थे। पदयात्रा के दौरान भाजपा सरकार पर वोट चोरी के आरोप लगाए गए। सचिन पायलट ने कहा कि राहुल गांधी इस मुद्दे को प्रमाणिक रूप से उठा रहे हैं और कांग्रेस सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने बिहार का उदाहरण देते हुए पूछा कि यदि करोड़ों वोटों का सत्यापन संभव है, तो छत्तीसगढ़ में लाखों वोटरों को किसके इशारे पर हटाया गया। साथ ही, उन्होंने पार्टी में गुटबाजी के सवालों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस एक परिवार है और लोकतंत्र बचाने की लड़ाई में एकजुट रहेगी।

इस घटना से सियासी माहौल गर्माया हुआ है, और दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही हैं। रैली को जहां कांग्रेस ने अपना शक्ति प्रदर्शन बताया, वहीं आरोपों ने इसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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Author: Deepak Mittal

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