समर कैंप में रचनात्मकता और ज्ञान का संगम, खेल-खेल में सीख रहे बच्चे
कलेक्टर कुन्दन कुमार के निर्देशन में चल रही अभिनव पहल
निर्मल अग्रवाल, ब्यूरो प्रमुख — मुंगेली | संपर्क: 8959931111
मुंगेली। जिले के विकासखंड मुंगेली की प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं में इन दिनों समर कैंप की रंगीन चहल-पहल देखने को मिल रही है। समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत संचालित इस विशेष शिविर का उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देना है।
कलेक्टर कुन्दन कुमार के निर्देशन में शुरू की गई इस अभिनव पहल ने शिक्षा को रचनात्मकता, व्यवहारिक ज्ञान और नैतिक मूल्यों के साथ जोड़ने का प्रयास किया है। शिविर में रंगोली, पेंटिंग, हस्तकला, हिंदी-अंग्रेज़ी लेखन, तथा नैतिक कहानियों जैसी गतिविधियों के ज़रिए बच्चों की कल्पनाशीलता और अभिव्यक्ति क्षमता को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
जहाँ स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध है, वहाँ बच्चों को डिजिटल कहानियाँ, शॉर्ट फिल्में और शैक्षिक वीडियो के माध्यम से नई दुनिया से परिचय कराया जा रहा है। बच्चों से फल एवं सब्जियों के बीज एकत्र कराए जा रहे हैं जिन्हें मानसून के दौरान किचन गार्डन में रोपने की योजना है — इस पहल ने बच्चों को प्रकृति और कृषि के प्रति जुड़ाव सिखाया है।
‘कबाड़ से जुगाड़’ और डाक टिकट संग्रह जैसी नवाचारी गतिविधियाँ बच्चों में सृजनात्मकता के साथ-साथ संसाधनों के पुनः उपयोग की समझ विकसित कर रही हैं। समर कैंप न केवल बच्चों के लिए मनोरंजन और आनंद का केंद्र बना है, बल्कि यह सीखने, सोचने और कुछ नया कर दिखाने का सुनहरा अवसर भी बन चुका है।
कलेक्टर कुन्दन कुमार ने कहा कि “गर्मी की छुट्टियों का सदुपयोग बच्चों के कौशल, नैतिक मूल्यों और रचनात्मकता को बढ़ाने में किया जाए। ऐसी गतिविधियाँ हों, जो बच्चों को आनंदित करें और उन्हें जीवन के लिए तैयार करें।”
विकासखंड शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रतिभा मंडलोई स्वयं बच्चों के साथ समर कैंप में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। उन्होंने कहा कि “खेल-खेल में सीखने की यह प्रक्रिया न केवल बच्चों को आनंदित कर रही है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी भर रही है। समर कैंप उनके व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।”
