कांकेर जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है। वरिष्ठ पत्रकार चंद्रमोहन शर्मा द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, विभाग की पूर्व कर्मचारी श्रीमती रीना लारियों ने विभागीय नियमों की अनदेखी करते हुए दबंगई दिखाई है।
आरोप है कि श्रीमती रीना लारियों ने 29 नवंबर, 2024 को बिना किसी आधिकारिक आदेश के विभाग में प्रवेश किया और उपस्थिति रजिस्टर में जबरदस्ती अपना नाम लिखकर हस्ताक्षर कर दिए। यह कार्य नियमों और कानूनों का उल्लंघन माना जा रहा है।
पत्रकार चंद्रमोहन शर्मा ने यह भी बताया कि श्रीमती रीना लारियों को पूर्व में कलेक्टर प्रियंका शुक्ला की जांच रिपोर्ट के आधार पर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। उन पर विभागीय अनियमितताओं और बच्चों से जुड़े मामलों में आपराधिक कृत्यों का आरोप सिद्ध हुआ था।
प्रमुख बिंदु:
- श्रीमती रीना लारियों के खिलाफ पहले भी कलेक्टर स्तर पर कार्रवाई हो चुकी है।
- 29 नवंबर, 2024 को बिना अनुमति विभाग में प्रवेश कर दस्तावेज़ों से छेड़छाड़ का प्रयास।
- विभागीय अधिकारियों को नेताओं के माध्यम से धमकी देने के आरोप।
चंद्रमोहन शर्मा ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में तत्काल एफ.आई.आर. दर्ज की जाए और महिला एवं बाल विकास विभाग के दस्तावेज़ों को सुरक्षित रखा जाए।