श्राद्ध पक्ष में नई चीजें न खरीदने की परंपरा को नज़रअंदाज़ कर मुंबई में उमड़ी भीड़, युवाओं का तर्क – “पूर्वजों का आशीर्वाद ही तो दिला रहा iPhone 17″।
मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) स्थित एप्पल स्टोर के बाहर शुक्रवार को कुछ ऐसा नज़ारा दिखा, जिसने परंपरा और टेक्नोलॉजी के बीच टकराव को साफ कर दिया।
दरअसल, हिंदू धर्म में चल रहे पितृ पक्ष के दौरान नई चीजें खरीदने से परहेज करने की मान्यता है। लेकिन इसी समय भारत में लॉन्च हुए iPhone 17 ने युवाओं के बीच ऐसी दीवानगी फैलाई कि मान्यताएं फीकी पड़ गईं।
लोग रातभर से स्टोर के बाहर कतार में खड़े रहे, ताकि सबसे पहले नया iPhone उनके हाथ लगे।
खरीदारों की राय
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कल्पेश ठक्कर: “मैंने फोन खरीदा है लेकिन अनबॉक्स नवरात्रि पर करूंगा। पितृ पक्ष मिथक है, पूर्वजों का आशीर्वाद ही मुझे यह खरीदने की शक्ति देता है।”
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घनश्याम: “लोग इसे मान्यता मानते हैं, लेकिन इसका कोई ठोस आधार नहीं है।”
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राजन: “मोबाइल खरीद सकते हैं, लेकिन गाड़ी जैसी बड़ी खरीदारी से बचना चाहिए।”
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रोहित: “हमारे घर में कपड़े खरीदने से रोका जाता है, लेकिन मोबाइल पर कोई आपत्ति नहीं है।”
iPhone 17 Pro के फीचर्स
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48MP कैमरा
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वेपर चैंबर कूलिंग (हीटिंग की समस्या दूर होने की उम्मीद)
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नए कलर ऑप्शंस
धार्मिक मान्यताओं और आधुनिक क्रेज़ के इस टकराव ने समाज में एक नई बहस छेड़ दी है—क्या तकनीक और ट्रेंड के सामने परंपराएं अब सिर्फ ‘मिथक’ बनकर रह जाएंगी?

Author: Deepak Mittal
