इस योजना के माध्यम से उपभोक्ता अपनी श्रेणी और बिजली कनेक्शन के लोड के अनुसार 50% से 100% तक की छूट प्राप्त कर सकते हैं। छोटे और मध्यम उपभोक्ताओं के लिए यह योजना बेहद फायदे की है, क्योंकि कई लोग ब्याज और बढ़ते बकाए के कारण बिल भरने में असमर्थ थे। विंध्याचल मंडल मीरजापुर के अधीक्षण अभियंता देवेंद्र पचौरिया ने बताया कि यह योजना तीन चरणों में लागू है और पहला चरण 31 दिसंबर 2025 तक चलेगा।
योजना के मुख्य चरण और लाभ
1. तीन चरणों में छूट की व्यवस्था
OTS को तीन स्तरों में बांटा गया है, ताकि हर उपभोक्ता अपनी क्षमता के अनुसार इसमें शामिल हो सके। पहले चरण में छूट का प्रतिशत सबसे ज्यादा रखा गया है, जिससे अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
2. रजिस्ट्रेशन के समय देय राशि का 30% जमा करना अनिवार्य
योजना में शामिल होने के लिए उपभोक्ता को पंजीकरण के समय मूल बकाया राशि का कम से कम 30% जमा करना होगा। राशि जमा करने के बाद उपभोक्ता शेष बिल: एकमुश्त या किस्तों में चुका सकते हैं।
3. किसे कितनी छूट मिलेगी?
छूट तीन आधारों पर तय होगी: उपभोक्ता की श्रेणी (घरेलू, व्यावसायिक आदि), कनेक्शन का लोड (kW), भुगतान का तरीका (एकमुश्त पर अधिक छूट), स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए अलग से कोई अतिरिक्त राहत नहीं दी गई है।
योजना से मिलने वाले अतिरिक्त फायदे
पूर्ण भुगतान के बाद बिजली कनेक्शन तुरंत बहाल होगा। उपभोक्ता के खिलाफ किसी भी प्रकार की कानूनी कार्यवाही समाप्त हो जाएगी। आगे आने वाले बिलों पर किसी अतिरिक्त ब्याज का बोझ नहीं होगा। लंबे समय से रुके बकाए से छुटकारा मिलने के बाद परिवारों को आर्थिक स्थिरता मिलेगी।
Author: Deepak Mittal









