धनतेरस पर बालोद पुलिस की अनोखी सौगात — गुम हुए मोबाइल लौटे, मुस्कुराए लोगों के चेहरे
460 मोबाइल फोन बरामद, 15 लाख से अधिक की संपत्ति rightful मालिकों को सौंपी गई
बालोद। धनतेरस के शुभ अवसर पर बालोद पुलिस ने जनता को खास तोहफा दिया। पुलिस अधीक्षक बालोद योगेश कुमार पटेल (IPS) के निर्देशन में पुलिस टीम ने गुम हुए मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को लौटाकर लोगों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर के निर्देशन तथा एसडीओपी बालोद देवांश सिंह राठौर, एसडीओपी राजेश बागडे, नगर पुलिस अधीक्षक चित्रा वर्मा, उप पुलिस अधीक्षक बोनिफास एक्का और उप पुलिस अधीक्षक माया शर्मा के पर्यवेक्षण में साइबर जागरूकता अभियान और सामुदायिक पुलिसिंग के तहत यह सराहनीय कार्य किया गया।
पुलिस की साइबर सेल टीम ने लगातार प्रयास कर अलग-अलग राज्यों और जिलों — झारखंड, बिहार, रायपुर, कांकेर, दुर्ग, राजनांदगांव, कबीरधाम, धमतरी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई सहित अन्य क्षेत्रों से कुल 460 गुम मोबाइल फोन बरामद किए।
शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय बालोद में आयोजित विशेष कार्यक्रम में 100 मोबाइल फोन, जिनकी अनुमानित कीमत 15 लाख 75 हजार रुपये है, उनके वास्तविक मालिकों को लौटाए गए।
गुम हुए मोबाइल पाकर लोगों के चेहरों पर खुशी झलक उठी। मोबाइल हाथों में आते ही कई लोगों की आंखों में आभार और चेहरे पर मुस्कान साफ दिखाई दी। उपस्थित नागरिकों ने बालोद पुलिस और साइबर सेल टीम के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
अब तक बालोद पुलिस कुल 460 गुम मोबाइल फोन बरामद कर उन्हें उनके स्वामियों को सुपुर्द कर चुकी है। यह पहल पुलिस की जनता के प्रति संवेदनशीलता और तकनीकी दक्षता का उदाहरण पेश करती है।
मोबाइल वितरण कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर, एसडीओपी बालोद देवांश सिंह राठौर, रक्षित निरीक्षक रेवती वर्मा, साइबर सेल प्रभारी धरम भुआर्य तथा साइबर सेल स्टाफ उपस्थित रहे।
इस अवसर पर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बालोद पुलिस जनता की सुरक्षा के साथ-साथ उसकी संपत्ति की रक्षा के लिए भी सतत प्रयासरत है। साइबर सेल की टीम निरंतर ऐसे मामलों में कार्यवाही जारी रखेगी ताकि नागरिकों को उनका खोया हुआ अमानत पुनः मिल सके।

Author: Deepak Mittal
