मदकू गांव के बलराम कुर्रे बने अग्निवीर, परिवार और गांव का बढ़ाया मान

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निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111

सरगांव:-निकटवर्ती ग्राम मदकू के युवा बलराम कुर्रे ने भारतीय सेना में अग्निवीर (ट्रेड- जीडी) के रूप में चयनित होकर अपने गांव और परिवार का नाम रोशन किया है। बलराम स्व. रतन कुर्रे और हिरमत के पुत्र हैं। कठिन आर्थिक परिस्थितियों के बावजूद बलराम कुर्रे ने यह उपलब्धि हासिल की है।

बलराम ने अपनी स्कूली शिक्षा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मदकू से पूरी की और वर्तमान में संत शिरोमणि गुरु रविदास शासकीय महाविद्यालय सरगांव में बीएससी द्वितीय वर्ष का छात्र हैं। बलराम स्वयं स्कूल से राज्य स्तरीय नेटबॉल खिलाड़ी रहा है, वहीं उसका छोटा भाई कृष्णा कुर्रे राष्ट्रीय स्तर पर नेटबॉल में प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुका है।

बलराम का अग्निवीर चयन 21 अप्रैल 2024 को हुआ और वो भोपाल के 3EME केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त करेगा। बलराम का सपना शुरू से भारतीय सेना में सेवा करने का था। उसकी प्रेरणा देश के वीर सैनिक, मां, खेल शिक्षक निर्मल जांगड़े,मित्र रवि व छवि, परिवार के सदस्य और समस्त ग्रामवासी रहे हैं।

बलराम के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। उनकी एक बहन के पैर के इलाज में अब तक करीब 1.30 लाख रुपए का कर्ज लिया जा चुका है। इलाज के लिए मदकू द्वीप में आयोजित कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने अधिकारियों को सहयोग के निर्देश दिए हैं।

बलराम ने बताया कि गांव के अन्य युवा भी अग्निवीर बनने के लिए तैयारी कर रहे हैं, लेकिन स्कूल के मैदान की खराब स्थिति और संसाधनों की कमी के कारण वे कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। बलराम ने मदकू स्कूल के मैदान की मरम्मत और खेल संसाधनों की व्यवस्था करने की शासन से अपील की है,ताकि गांव से और भी युवा देश सेवा में आगे बढ़ सकें।


श्री हरिहर क्षेत्र केदार द्वीप सेवा समिति मदकू के संत रामरूप दास महात्यागी, अध्यक्ष जीवन लाल कौशिक
मदकू गांव के जनप्रतिनिधियों मनीष साहू(जनपद सदस्य), बिमला साहू (सरपंच, ग्राम पंचायत मदकू), पुष्पा घृतलहरे के द्वारा बलराम कुर्रे की इस सफलता पर सम्मानित कर शुभकामनाएं दी गई।


गौरतलब है कि बड़ी संख्या में क्षेत्र के युवा अग्निवीर में जाना चाहते हैं किन्तु उचित मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और खेल मैदान संसाधन की अनुपलब्धता के कारण वे अपेक्षित सफलता प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं। सरगांव क्षेत्र के आसपास के ग्रामों के युवाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था यदि प्रशासन के द्वारा की जावे तो बड़ी संख्या में युवा अग्निवीर एवं सशस्त्र सेवाओं के लिए चयनित हो सकते हैं।

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Author: Deepak Mittal

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