राजनांदगांव में कांग्रेस की आंतरिक कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के बाद पूरी पार्टी तनाव में है। इसी बीच, कांग्रेस में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट दिलाने के नाम पर आर्थिक लेन-देन का गंभीर मामला सामने आया है।
महिला नेत्री नलिनी मेश्राम ने FIR दर्ज कराई है, जिसमें दो कांग्रेस नेताओं पर धोखाधड़ी का आरोप है। मामला प्रदेश कांग्रेस के लिए चुनौती बन चुका है, क्योंकि यह घटना पार्टी की साख पर सवाल खड़े करती है।
महिला कांग्रेस नेत्री नलिनी मेश्राम ने आरोप लगाया है कि डोंगरगढ़ विधानसभा से टिकट दिलाने के नाम पर उनसे 30 लाख रुपये की ठगी की गई। नलिनी मेश्राम का कहना है कि कांग्रेस के दो नेताओं, राजेश गुप्ता और चंपू गुप्ता, ने उन्हें झांसा दिया कि वे अपनी ऊंची पहुंच का इस्तेमाल करके उन्हें विधानसभा टिकट दिला सकते हैं।
नलिनी मेश्राम ने बताया कि इन नेताओं ने उनसे दो करोड़ रुपये में टिकट दिलाने की बात कही थी, जिसमें से 30 लाख रुपये उन्हें एडवांस के तौर पर दिए गए थे। लेकिन ना तो उन्हें टिकट मिला और ना ही उनकी राशि वापस की गई। इसके बाद उन्होंने बसंतपुर थाने में दोनों नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
यह भी बताया गया है कि राजेश गुप्ता और चंपू गुप्ता पहले भी जुआ एक्ट के तहत गिरफ्तार हो चुके हैं। इस मामले ने कांग्रेस पार्टी में भारी हलचल मचा दी है।
इस घटना से संबंधित कोई प्रतिक्रिया संगठन की ओर से नहीं आई है, लेकिन नलिनी मेश्राम ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और अन्य राष्ट्रीय नेताओं से भी इस मामले में उचित जांच की मांग की है। उन्होंने पुलिस से भी न्याय की गुहार लगाई है।