बाहरी लोगों को फायदा पहुंचाने का यह मामला बालोद जिले में सत्ता और प्रशासन के कथित दुरुपयोग का उदाहरण प्रस्तुत करता है। स्पष्ट आरोप है कि कुछ राजनेता और अधिकारी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के साथ फोटो खिंचवाकर अपने संबंधों का दुरुपयोग कर रहे हैं,,
इसके माध्यम से अधिकारियों पर दबाव डालकर गुणवत्ताहीन काम करवाए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों को ठगा जा रहा है।
जनपद सीईओ पीतांबर यादव का नाम विशेष रूप से उभरकर आया है, जिन पर आरोप है कि वे बाहरी ठेकेदारों को प्राथमिकता दे रहे हैं और स्थानीय लोगों की अनदेखी कर रहे हैं। इस वजह से कई पंचायत सरपंच और सचिव उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मामले में जिला पंचायत सीईओ संजय कनौजै ने कहा है कि पंचायतें स्वतंत्र हैं और वे किसी भी जगह से गुणवत्तापूर्ण सामग्री खरीदने के लिए स्वतंत्र हैं।
यह पूरा मामला प्रशासनिक अनियमितताओं, ठेकेदारी के खेल और राजनीतिक दबाव के बीच फंसा हुआ दिखाई देता है, जिसके कारण बालोद जिले में आक्रोश बढ़ता जा रहा है,,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ फोटो की मोबाइल में डीपी लगाकर अधिकारियों को कर रहे हैं दिग्भ्रमित,,,,
बालोद जिले में ऐसे दर्जनों मामले हैं जिसमें सत्ता पक्ष ,विपक्ष के राजनीतिक नेताओं ने मुख्यमंत्री और मंत्रियों की फोटो खिंचवाकर डीपी में लगाकर भोले वाले बेरोजगार लोगों को रोजगार लगाने के नाम पर ठगा है और आज कोई जेल में है तो कोई बेल में है और कोई फरार है,,,
यही स्थिति तब बालोद जिले में पुनः निर्मित हो गई है,बालोद जनपद पंचायत के सीईओ पीतांबर यादव कहते हैं की डोंगरगांव, राजनांदगांव रायपुर जैसे बाहर के व्यापारियों का रिश्ता मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री एवं बड़े लोगों से है इसलिए उनका कोई भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता और वे अब सभी कार्य बाहरी लोगों को ही देंने लगे हैं, कार्रवाई नहीं होने की वजह से पीतांबर यादव के हौसले भी बुलंद होने लगे हैं परंतु अब बालोद जिले क्षेत्र में पीतांबर यादव के अकुशल कार्यप्रणाली और ठेकेदारी को लेकर लगातार विरोध किया जा रहा है बालोद ब्लाक के दर्जनों सरपंचों सचिवों ने सीईओ जनपद पीतांबर यादव के खिलाफ में मोर्चा खोल दिया है और स्पष्ट कहा है कि अब उनके अधिकारों का हनन नहीं होने देंगे ,इसके पूर्व भी जनपद सीईओ पीतांबर यादव ने मनमानी किया है अभी हम मनमानी नहीं होने देंगे, बालोद जिले में लगातार आक्रोश फैला जा रहा है, बढ़ता जा रहा है पीतांबर यादव की असंतोषजनक कार्य प्रणाली की वजह से सिर्फ बालोद ब्लाक ही नहीं बल्कि अब संपूर्ण बालोद जिला सुर्खियों में आ गया है ,पीतांबर यादव स्वयं बाहरी जिले के हैं बाहरी राज्य के हैं और अब वे क्षेत्रीय लोगों को छोड़ बाहरी लोगों को सहयोग कर रहे हैं, क्षेत्रीय लोग बेरोजगार होते जा रहे हैं बाहरी लोग मालामाल होते जा रहे हैं और इसका फायदा पीतांबर यादव उठा रहे हैं, जिसका लगातार विरोध किया जा रहा है ,वही बालोद ब्लाक के दर्जनों सरपंचों ने बताया कि जब से जनपद सीईओ पीतांबर यादव सीईओ के रूप में आए हैं तब से लगातार बालोद ब्लाक में सरपंचों सचिवों पर दबाव बनाते हैं और कोई भी सामग्री की सप्लाई हो उसे वे जनपद पंचायत से कराते हैं,, सरपंच कहने लगे हैं कि वे जनप्रतिनिधि नहीं सिर्फ रबर स्टैंप बनकर रह गए हैं परंतु अब ऐसा नहीं होगा,,, पीतांबर यादव के खिलाफ में मोर्चा खोल दिया गया है और लोग अपने अधिकारों को लेने के लिए अब आर पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिए हैं,,,

छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय प्रभारी मंत्री विजय शर्मा के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चन्द्रावल जिला पंचायत सीईओ संजय कनौजै सहित संबंधित अधिकारियों जनप्रतिनिधियों को शिकायत कर तत्काल प्रभाव से जनपद सीईओ पीतांबर यादव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग किए हैं साथ ही अन्यत्र जिला में स्थानांतरण किए जाने की बात कही है अन्यथा आगामी दिनों उग्र आंदोलन किए जाने की बात कही है,,,
आएये बताते हैं क्या चल रहा है खेल डीपी और फोटो का,,,,
इन दिनों जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से कुछ निचले स्तर के राजनीतिक नेता अपने आप को मुख्यमंत्री से कम नहीं बताते हैं और मुख्यमंत्री के साथ फोटो खिंचवाकर अपने आप को सीएम करीबी बात कर अधिकारियों को दबाव बनाते हैं अधिकारियों को मोबाइल पर फोटो दिखाते हैं देखिए हमारा संबंध सीधे मुख्यमंत्री से है, काम आपको देना ही होगा ,,अधिकारी शासन के नियमों को दरकिनार कर डीपी और फोटो लगाने वाले राजनीतिक नेताओं के प्रभाव में आकर उन्हें गुणवत्ताहीन कार्य करवा कर भुगतान भी करा रहे हैं जिसका ताजा उदाहरण बालोद जनपद क्षेत्र अंतर्गत देखने को मिल सकता है करोड़ रुपयों की लागत से वाटर प्लांट का निर्माण किया गया है जो अभी सफेद हाथी के रूप में हैं,, इसी तरह दर्जन ग्राम पंचायत में सोलर लाइट लगाई गई है ,लाइट का कोई उपयोग नहीं है डस्टबिन का वितरण कराया गया है, सिवनी ग्राम पंचायत में गुणवत्ताहीन प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट मशीन लगाया गया है जो पूरी तरह लोकल क्वालिटी का है गुणवत्ताहीन है यह सभी कार्य बाहरी ठेकेदारों ने किया है जिसका संरक्षण पीतांबर यादव का है आगामी दिनों में डीपी और फोटो लगाने वाले ऐसे सप्लायर के खिलाफ में भी क्षेत्रीय लोगों ने मोर्चा खोल दिया है अब देखना होगा की शासन में बैठे जनप्रतिनिधि और प्रशासन के उच्च अधिकारी इस तरह के कृत्य करने वाले लोगों पर किस तरह का कार्यवाही करते हैं,,,,
क्या कहते हैं जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और अधिकारी,,,
इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ संजय कनौजै कहते हैं ग्राम पंचायत एजेंसी है वह स्वतंत्र हैं कहीं से भी किसी से भी गुणवत्तापूर्ण और अच्छा सामान शासन के नियमों के अनुरूप ले सकते हैं किसी के दबाव में नहीं आना है,,,
इस संबंध में पीतांबर यादव से वर्जन लेने के लिए जैसे ही पत्रकार पहुंचे वे पत्रकार को देखते ही अपनी गाड़ी में भाग खड़े हुए, उनसे पूछा गया कि आप वर्जन दे दीजिए उन्होंने मना कर दिया इसलिए उनका वर्जन
नहीं आ पाया,,,
