दल्लीराजहरा। नगर पालिका परिषद दल्लीराजहरा में एल्डरमैन की नियुक्ति को लेकर घमासान मचा हुआ है। भाजपा की आंतरिक कलह अब खुलकर सामने आने लगी है। पार्टी के शीर्ष नेता किसी एक नाम पर सहमति नहीं बना पा रहे हैं, जिससे नगर की राजनीति में असमंजस और असंतोष का माहौल बन गया है।
भाजपा की गुटबाजी अब संगठन से निकलकर सत्ता में भी साफ नजर आने लगी है। नगर पालिका में एल्डरमैन पद को लेकर चल रही रस्साकशी ने यह साबित कर दिया है कि भाजपा के भीतर नेतृत्व का अभाव है। नगर की जनता उम्मीद लगाए बैठी थी कि उन्हें मजबूत और योग्य प्रतिनिधित्व मिलेगा, लेकिन भाजपा नेताओं की आपसी खींचतान ने विकास से ध्यान हटाकर सत्ता की कुर्सी की राजनीति को उजागर कर दिया है,
सूत्रों की मानें तो भाजपा के ही कई स्थानीय नेता एक-दूसरे को मात देने में लगे हैं। यही कारण है कि एल्डरमैन की नियुक्ति की प्रक्रिया ठप पड़ी हुई है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपा नेतृत्व की यह असमर्थता, न सिर्फ पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि नगर के विकास कार्यों को भी प्रभावित कर रही है।
जनता के बीच अब यह चर्चा आम हो गई है कि भाजपा केवल पद और प्रतिष्ठा की राजनीति कर रही है, न कि जनहित के लिए। कई वार्डों के पार्षद भी नाराजगी जताते नजर आ रहे हैं कि पार्टी ने नगर की भावनाओं की जगह अपने राजनीतिक समीकरणों को प्राथमिकता दे दी है।
दल्लीराजहरा नगर पालिका में एल्डरमैन की नियुक्ति भाजपा के लिए परीक्षा बन गई है। लेकिन पार्टी की अंदरूनी कलह से साफ है कि यह परीक्षा पास कर पाना फिलहाल मुश्किल नजर आ रहा है।
