
नव भारत टाइम्स 24 x 7 के ब्यूरो चीफ जे.के. मिश्रा की रिपोर्ट:
छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व के अंतर्गत सुरही और लोरमी बफर वन परिक्षेत्र के कुछ हिस्सों में एटीआर के 13 गांव के निवासी रहते हैं। इन गांवों के कुछ असामाजिक तत्वों के बहकावे में आकर लोग अतिक्रमण की कोशिश करते हैं। लेकिन, एटीआर प्रबंधन और संयुक्त वन प्रबंधन समिति के सहयोग से यह प्रयास विफल कर दिए जाते हैं।
अचानकमार टाइगर रिजर्व एक बेहद संवेदनशील क्षेत्र है, जहां जंगल और वन्य प्राणियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। एटीआर प्रबंधन ग्रामीणों को गांव-गांव में बैठकें आयोजित कर यह समझा रहा है कि टाइगर रिजर्व के भीतर अतिक्रमण का प्रयास न करें। अगर कोई इस तरह की कोशिश करता है, तो तुरंत प्रबंधन को सूचना दें। एटीआर प्रबंधन अतिक्रमण रोकने के लिए पेट्रोलिंग और नियमित जांच कर रहा है और अतिक्रमण करते पाए जाने पर सख्त कार्रवाई भी कर रहा है।
जागरूकता अभियान
इसके साथ-साथ जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। ग्रामीणों और वन प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ बैठकें आयोजित की जा रही हैं। स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के माध्यम से भी अतिक्रमण हटाने में वन विभाग का सहयोग किया जा रहा है। अतिक्रमण से वन और वन्यजीवों की सुरक्षा पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। जांच और कार्रवाई से इस पर अंकुश लगेगा।
स्थानीय ग्रामीणों का जनसहयोग
हाल ही में सुरही परिक्षेत्र में एक ट्रैक्टर जब्त किया गया और लोरमी बफर परिक्षेत्र के बोइराहा और मंजूरहा सर्किल में अतिक्रमण के प्रयास को विफल किया गया। फील्ड डायरेक्टर मनोज पांडेय और डिप्टी डायरेक्टर यूआर गणेश ने अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई और मानसून पेट्रोलिंग के निर्देश दिए हैं। स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से यह प्रयास विफल किए जा रहे हैं। एटीआर प्रबंधन ने जनसामान्य से अपील की है कि कहीं भी अतिक्रमण होता नजर आए, तो तुरंत सूचना दें ताकि तत्काल कार्रवाई की जा सके।

Author: Deepak Mittal
