‘गिरफ्तारी सर्वे’ पर सियासी तूफान! भूपेश बघेल के दावे को डिप्टी CM अरुण साव ने बताया बेबुनियाद, बोले– डरने की जरूरत नहीं
सर्वे की सच्चाई पर सवाल, अरुण साव का पलटवार— बिना तथ्य आरोप लगाना गलत
रायपुर | सियासत गरमाई
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए ‘गिरफ्तारी सर्वे’ के दावे ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बड़ा बयान देते हुए साफ कहा कि इस तरह के किसी सर्वे की कोई ठोस जानकारी नहीं है और यह दावा पूरी तरह तथ्यहीन है।
अरुण साव ने कहा,
“जो व्यक्ति गलत नहीं है, उसे डरने की जरूरत नहीं है। बिना प्रमाण के इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप से बचना चाहिए।”
क्या है ‘गिरफ्तारी सर्वे’ का दावा?
भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर दावा किया था कि 70 सर्वे टीमें छत्तीसगढ़ में घूम-घूमकर लोगों से यह पूछ रही हैं कि
👉 “क्या भूपेश बघेल को गिरफ्तार किया जाना चाहिए?”
उन्होंने इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और कहा कि
“चाहे जो हथकंडा अपनाइए, छत्तीसगढ़ की जनता मेरे और कांग्रेस के साथ खड़ी है।”
विकास कार्यों पर भी बोले डिप्टी CM
सिर्फ सियासत ही नहीं, उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने केंद्र प्रायोजित योजनाओं पर भी बड़ा अपडेट दिया।
उन्होंने बताया कि नगरीय प्रशासन विभागों की क्षेत्रीय बैठक केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई, जिसमें पीएम आवास, स्वच्छता अभियान और मोबिलिटी प्रोजेक्ट्स की समीक्षा की गई।
👉 अरुण साव के अनुसार:
-
पीएम आवास योजना में छत्तीसगढ़ देश में तीसरे स्थान पर
-
पिछले दो वर्षों में कई योजनाओं में तेजी से प्रगति
मेट्रो और किसानों को लेकर बड़ी बातें
-
छत्तीसगढ़ में मेट्रो परियोजना फिलहाल प्रारंभिक चरण में
-
भारत, चीन और अमेरिका के बाद मेट्रो नेटवर्क में तीसरे स्थान पर
-
दलहन-तिलहन की खरीदी को लेकर ऐतिहासिक फैसला
-
किसानों को होगा सीधा लाभ
अब बड़ा सवाल…
👉 क्या ‘गिरफ्तारी सर्वे’ सिर्फ सियासी बयानबाजी है या इसके पीछे कोई रणनीति?
👉 आने वाले दिनों में क्या छत्तीसगढ़ की राजनीति और गरमाएगी?
Author: Deepak Mittal










Total Users : 8127505
Total views : 8132262