दुनियाभर में चर्चित बुल्गारिया की भविष्यद्रष्टा बाबा वेंगा एक बार फिर चर्चा में हैं। वजह- इथियोपिया में 23 नवंबर को हुआ एक ऐसा धमाका, जिसने वैज्ञानिकों से लेकर आम लोगों तक सबको हिला दिया।
12,000 वर्षों से शांत पड़े हैली गुबी ज्वालामुखी के अचानक फटने के बाद लोग सोशल मीडिया पर पुराने दावों को खोजने लगे और देखते ही देखते बाबा वेंगा की 2025 से जुड़ी भविष्यवाणियां वायरल हो गईं।
क्या हुआ था 23 नवंबर को? इथियोपिया के उत्तर-पूर्वी इलाके में रविवार सुबह आसमान तक उठता धुएं और राख का विशाल गुबार दिखाई दिया। अचानक हुए धमाके से हजारों लोग सहम गए। गांवों में राख की मोटी परत जम गई, फसलों को नुकसान हुआ और हवाई यात्रा में कई उड़ानें रोकनी पड़ीं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ‘ऐसा लगा जैसे किसी ने जमीन के नीचे विशाल राख वाला बम फोड़ दिया हो। कुछ ही घंटों में पूरा गांव राख से ढक गया।’ वैज्ञानिकों के अनुसार, यह ज्वालामुखी आखिरी बार हिम युग के अंत में सक्रिय हुआ था। इतनी लंबी नींद के बाद उसका अचानक फटना प्राकृतिक घटनाओं पर नए सवाल खड़े करता है।
क्यों याद की जा रही हैं बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां? हैली गुबी के विस्फोट के तुरंत बाद इंटरनेट पर यह दावा फैल गया कि बाबा वेंगा ने 2025 में कई ज्वालामुखियों के फटने की चेतावनी दी थी। उनकी भविष्यवाणियां पहले भी चर्चा में रही हैं— चेर्नोबिल परमाणु हादसा 9/11 हमला राजकुमारी डायना की मौत इन घटनाओं के दावों के कारण लोग उनकी हर बात को खास नजर से देखते हैं।
लेकिन क्या इस विस्फोट का बाबा वेंगा की ‘2025 भविष्यवाणी’ से कोई संबंध है? यूरोपीय मीडिया के अनुसार, बाबा वेंगा ने 2025 में प्राकृतिक उथल-पुथल बढ़ने की बात कही थी, जिसमें ज्वालामुखियों का जिक्र भी शामिल बताया जाता है। लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं:- -भविष्यवाणियों की भाषा बहुत अस्पष्ट होती है -लोग घटनाओं को अपनी तरह से उनसे जोड़ लेते हैं – यही वजह है कि एक ही भविष्यवाणी को कई घटनाओं से जोड़ा जाता है
उदाहरण के तौर पर—कुछ लोग हेयली गुबी की घटना को 2025 वाली भविष्यवाणी मान रहे हैं, तो कुछ इसे रूस के कमचाटका में हुए विस्फोट से जोड़ रहे हैं।
वैज्ञानिक क्या कहते हैं? विशेषज्ञ साफ करते हैं कि ज्वालामुखी विस्फोट होना कोई ‘दुर्लभ भविष्यवाणी योग्य’ घटना नहीं है। ब्रिटिश जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार— हर साल 50-70 ज्वालामुखी फटते हैं। यानी अगर कोई भी भविष्यवक्ता कहे कि ‘ज्वालामुखी फटेंगे’, तो उसके सच होने की संभावना पहले से काफी ज्यादा है।
Author: Deepak Mittal









