CG BREAKING: भुइयाँ पोर्टल में छेड़छाड़ के मामले में नाबालिग सहित 6 आरोपी गिरफ्तार
फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक लोन लेने वाले गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश
दुर्ग। जिले के विभिन्न थानों और एसीसीयू की संयुक्त कार्यवाही में भुइयाँ पोर्टल में छेड़छाड़ और फर्जी दस्तावेज बनाकर बैंक लोन लेने के मामले में कुल 6 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में अशोक उराव (44, जांजगीर-चांपा), कौशल फेकर (50, रायपुर), शिवचरण कौशल (55, रायगढ़), ओम प्रकाश निषाद (40, रायपुर), कोमल साहू (44, रायपुर), देवानंद साहू (32, रायपुर) और एक नाबालिग शामिल हैं।
मामले का विवरण यह है कि तहसीलदार राधेश्याम वर्मा ने 13 अगस्त 2025 को थाना नंदनी नगर में शिकायत दर्ज कराई कि ग्राम अछोटी और मुरमुदा तहसील अहिवारा के भुइयाँ सॉफ्टवेयर में अज्ञात आरोपियों द्वारा छेड़छाड़ कर भारतीय स्टेट बैंक शाखा नंदनी नगर से 30 लाख रुपए का लोन फर्जी तरीके से लिया गया। जांच में पता चला कि आरोपियों ने पटवारी के यूजर आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल कर ऑनलाइन पोर्टल में छेड़छाड़ की और सरकारी जमीनों के खसरा नंबरों में कूटछाप कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए।
जांच के दौरान मुख्य आरोपी दीनुराम यादव ने बैंक दस्तावेजों को कूटकर 36 लाख रुपए निकालकर विभिन्न खातों में हस्तांतरित किए। इनमें से 20,26,547 रुपए नंदकिशोर साहू के खाते में जमा किए गए। आरोपियों ने दुर्ग जिले के ग्राम मुरमुद्दा, अछोटी, बोरसी और चेटूया की जमीनों का बटांकन कर ऑनलाइन पोर्टल में छेड़छाड़ की और आर्थिक लाभ प्राप्त किया।
पुलिस ने मामले में थाना नंदनी नगर में 201/2025, थाना कुम्हारी में 154/2025 और थाना अमलेश्वर में 101/2025 के तहत धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2) बीएनएस और 66 आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया।
विवेचना के दौरान आरोपियों ने बताया कि अशोक उराव ने पटवारी का यूजर आईडी, पासवर्ड और OTP नंबर प्रदान कर फर्जी दस्तावेज तैयार करने में मदद की। आरोपी शिवचरण कौशल के खिलाफ पहले भी ऐसे मामले दर्ज हैं। गिरोह ने संगठित रूप से षड्यंत्र रचकर शासन को नुकसान पहुँचाया, जिसके चलते उन्हें संगठित अपराध की धारा 111(2) और 61(2) बीएनएस के तहत गिरफ्तार किया गया और न्यायिक रिमांड पर पेश किया गया।
इस कार्यवाही में थाना नंदनी नगर, कुम्हारी, अमलेश्वर और एसीसीयू की भूमिका महत्वपूर्ण रही। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में अन्य सहयोगियों के नाम और भूमिका भी सामने आई हैं।
अधिकारी नागरिकों से अपील कर रहे हैं कि सरकारी पोर्टल और डिजिटल रिकॉर्ड के उपयोग में सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत संबंधित थाना या पुलिस हेल्पलाइन पर दें। पुलिस ने कहा कि तकनीकी ज्ञान का दुरुपयोग कर आर्थिक लाभ प्राप्त करने वाले अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है और जिले में ऑनलाइन राजस्व पोर्टल की सुरक्षा और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए गए हैं।
Author: Deepak Mittal









