पश्चिम बंगाल में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया जारी, CEO ने बताया—1.35% फॉर्म अभी तक जमा नहीं हो पाए, बीएलओ को बताया ‘असली हीरो’
पश्चिम बंगाल में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का काम तेजी से जारी है। इस बीच राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) मनोज कुमार अग्रवाल ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि अब तक 10 लाख से ज्यादा SIR फॉर्म वापस जमा नहीं कराए गए हैं। उनकी मानें तो यह फॉर्म इसलिए जमा नहीं हो सके क्योंकि संबंधित वोटर या तो घर पर मौजूद नहीं थे, डुप्लीकेट पाए गए, उनकी मृत्यु हो चुकी है या वे स्थायी रूप से कहीं और चले गए हैं।
सीईओ अग्रवाल ने बताया कि सोमवार शाम 4 बजे तक 4.55 करोड़ SIR फॉर्म जमा और डिजिटलाइज किए जा चुके हैं। वहीं अब तक 7.64 करोड़ फॉर्म बांटे गए हैं। उनमें से 10.33 लाख फॉर्म ऐसे हैं जो वापस नहीं आए, जो कुल बांटे गए फॉर्म का मात्र 1.35% है।
बीएलओ हैं इस प्रक्रिया के असली हीरो
चुनाव अधिकारी अग्रवाल ने SIR प्रक्रिया में लगे बूथ-लेवल ऑफिसर्स (BLO) की सराहना करते हुए कहा कि वे लगातार मेहनत कर रहे हैं। कई BLO ने ऑफिस समय के बाद भी घर-घर जाकर फॉर्म भरवाए और जानकारी का सत्यापन किया।
उन्होंने बताया कि 4 नवंबर को SIR प्रक्रिया शुरू की गई थी और सिर्फ 20 दिनों में बीएलओ 7 करोड़ से अधिक वोटर्स तक पहुंच चुके हैं, जो किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं।
राज्य में इस प्रक्रिया के लिए:
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80,600+ बीएलओ
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8,000 सुपरवाइज़र
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3,000 असिस्टेंट इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर
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294 इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ERO)
तैनात किए गए हैं।
कनेक्टिविटी की समस्या: Wi-Fi हब बने राहत
इंटरनेट और नेटवर्क की दिक्कतों पर एक चुनाव अधिकारी ने बताया कि डेटा एंट्री में सहूलियत के लिए कई जगह Wi-Fi हब बनाए गए हैं।
इसके अलावा DM, ERO और BDO कार्यालयों में BLO के लिए हेल्प डेस्क भी स्थापित किए गए हैं।
BLO के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी प्रशासन की
बीएलओ के स्वास्थ्य से जुड़े सवाल पर सीईओ ने कहा कि अगर कोई BLO बीमार पड़ता है, तो जिला मजिस्ट्रेट उनके इलाज की जिम्मेदारी संभालते हैं। साथ ही ERO को यह अधिकार भी दिया गया है कि वे स्टाफ पर बोझ न बढ़े, इसके लिए जरूरत पड़ने पर दूसरे BLO को नियुक्त कर सकें।
Author: Deepak Mittal









