दुबई। दुबई एयर शो 2025 के दौरान अल मकतूम एयरपोर्ट पर भारतीय वायुसेना का स्वदेशी तेजस एमके-1ए फाइटर जेट क्रैश हो गया। इस हादसे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर यह कि मैनओवरिंग के दौरान पायलट क्यों विमान को नियंत्रण से बाहर होते देख नहीं सका और इजैक्शन का समय भी नहीं मिला।
जांच का आदेश:
भारतीय वायुसेना ने क्रैश के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दे दिया है। विशेषज्ञ फिलहाल केवल घटनास्थल की तस्वीरों और प्रारंभिक जानकारी के आधार पर अनुमान लगा पा रहे हैं।
एक्सपर्ट का विश्लेषण:
एविएशन एक्सपर्ट प्रफुल्ल बख्शी के अनुसार, हादसे के समय विमान मैनओवरिंग कर रहा था, जिसमें पायलट पूरी तरह अलर्ट रहता है। इस दौरान पायलट की चूक की संभावना कम है। संभावित कारणों में शामिल हैं:
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फ्लाइट के दौरान बर्ड हिट होना
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इंजन में फायर या तकनीकी खराबी
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कॉकपिट कंट्रोल में कोई समस्या
कॉकपिट पर रोशनी और लैंडिंग gear:
क्रैश से ठीक पहले कॉकपिट के ग्लास पर तेज रोशनी देखी गई। यह सूर्य के रिफ्लेक्शन या किसी तकनीकी कारण से हो सकती है। हादसे के समय लैंडिंग गियर खुले नहीं थे, जिससे लैंडिंग की कोशिश नहीं हो सकी।
इंजन की स्थिति:
एयर कमोडोर (सेवानिवृत्त) जीजे सिंह ने बताया कि मैनओवरिंग के दौरान पायलट दर्शकों को आकर्षित करने के लिए करतब दिखा रहा था। अंतिम समय तक तेजस का इंजन चालू था, जिससे इंजन फेल होने की संभावना कम है।
निष्कर्ष:
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हादसा मैनओवरिंग के दौरान हुआ।
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पायलट को इजैक्शन का मौका नहीं मिल सका।
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असली कारणों का खुलासा भारतीय वायुसेना की जांच के बाद ही हो पाएगा।
यह हादसा स्वदेशी विमान तेजस की सुरक्षा और तकनीकी परीक्षणों के महत्व को उजागर करता है और जांच के निष्कर्ष आने तक सभी संभावनाओं पर ध्यान रखा जा रहा है।
Author: Deepak Mittal









