नई दिल्ली। केंद्रीय रेलवे एवं इलेक्ट्रॉनिक्स-आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को घोषणा की कि इलेक्ट्रॉनिक्स घटक विनिर्माण योजना के तहत 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ₹7,172 करोड़ की लागत वाली 17 नई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। यह महत्वपूर्ण कदम देश में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण को सशक्त बनाने और ‘मेक इन इंडिया’ के लक्ष्य को गति देने की दिशा में उठाया गया है।
स्वदेशी निर्माण और डिज़ाइन को मिलेगी नई मजबूती
मंत्री वैष्णव के अनुसार इस योजना का प्रमुख उद्देश्य भारत में उच्च स्तरीय डिज़ाइन टीम विकसित करना और सभी ‘मेड इन इंडिया’ इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों में सिक्स सिग्मा गुणवत्ता सुनिश्चित करना है। इससे न केवल बेहतर गुणवत्ता के इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद तैयार होंगे, बल्कि स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं को भी मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
17 नई परियोजनाएं, रोजगार और कौशल विकास को बढ़ावा
घोषित 17 परियोजनाओं में विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक घटकों का डिज़ाइन व विनिर्माण शामिल है। इन परियोजनाओं का लक्ष्य देश में
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आवश्यक इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना,
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विदेशी निर्भरता कम करना,
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बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करना है।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि स्थानीय प्रशिक्षण और स्किल डेवलपमेंट को प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे युवा इंजीनियर आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण तकनीकों में विशेषज्ञता हासिल कर सकें।
17 projects worth ₹7,172 crore, across 9 States & UTs – approved under the Electronics Component Manufacturing Scheme.
🎯Focus areas:
1. Developing strong design teams.
2. Achieving Six Sigma quality for all ‘Made in Bharat’ products.
3. Promoting Swadeshi -… pic.twitter.com/iLgZPGBn6y— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) November 17, 2025
स्वदेशी आपूर्ति श्रृंखला को प्राथमिकता
इलेक्ट्रॉनिक्स का स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने यह भी अनिवार्य किया है कि उत्पादन प्रक्रिया के सभी चरणों में भारतीय आपूर्तिकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे भारतीय उद्योग को मजबूती मिलने के साथ-साथ क्षेत्र में आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी।
योजना के प्रमुख फोकस क्षेत्र
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मजबूत स्वदेशी डिज़ाइन टीमों का विकास
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सभी मेड इन इंडिया उत्पादों में सिक्स सिग्मा क्वालिटी
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स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं को मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ाना
भारत को वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनाने की दिशा में कदम
सरकार का मानना है कि इन परियोजनाओं के लागू होने से न केवल देश का इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग मजबूत होगा, बल्कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी भारत की स्थिति और मजबूत होगी। साथ ही उद्योग में बड़े निवेश और नए रोजगार अवसर उत्पन्न होंगे।
Author: Deepak Mittal









