आयुर्वेदिक विधियों के अनुसार नींबू के पत्तों का प्रयोग कई घरेलू समस्याओं में कारगर माना जाता है
डिजिटल डेस्क। आयुर्वेद में नींबू को औषधीय गुणों का भंडार बताया गया है, लेकिन इसके पत्तों के फायदे के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। नींबू की पत्ती का उपयोग कई घरेलू बीमारियों में बेहद प्रभावकारी माना जाता है। सिरदर्द से राहत, पेट के कीड़े खत्म करने से लेकर नाक से बहने वाले खून को रोकने तक, इसके कई पारंपरिक प्रयोग प्रचलित हैं।
पेट के कीड़े नष्ट करने में सहायक
आयुर्वेदिक मान्यताओं के अनुसार,
10 ग्राम नींबू के पत्तों का रस और 10 ग्राम शहद मिलाकर 10–15 दिनों तक सेवन करने से पेट में मौजूद कीड़े नष्ट हो सकते हैं।
इसके अलावा, नींबू के बीजों का चूर्ण भी कृमि रोग में लाभकारी माना जाता है।
सिरदर्द और माइग्रेन में आराम
नींबू की पत्तियों का रस निकालकर नाक से सूंघने पर लगातार सिरदर्द और माइग्रेन में राहत मिलने की बात कही जाती है।
कई आयुर्वेदिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यह उपाय कुछ दिनों तक नियमित करने पर दर्द में उल्लेखनीय कमी आ सकती है।
इसी तरह,
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गाय का ताजा घी सुबह-शाम 2–4 बूंद नाक में डालने से आधे सिर के दर्द और नकसीर में लाभ बताया गया है।
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जिस दिशा में सिर दर्द हो, उस नथुने में सरसों के तेल की 7–8 बूंद डालने से भी आराम मिलने की बात कही जाती है।
नाक से खून आने पर कारगर उपाय
यदि किसी को बार-बार नकसीर की समस्या होती है, तो
ताजे नींबू का रस नाक में पिचकारी के रूप में डालने से खून का बहना रुक सकता है। यह उपाय लंबे समय से घरेलू चिकित्सा पद्धति में इस्तेमाल होता रहा है।
Author: Deepak Mittal









