सही तापमान और समय से नहाना न सिर्फ शरीर को गर्म रखता है बल्कि सेहत के लिए भी है फायदेमंद
लाइफस्टाइल। सर्दियों के मौसम में अक्सर यह सवाल उठता है कि आखिर नहाने के लिए ठंडा पानी बेहतर है या गर्म पानी? विशेषज्ञों का मानना है कि ठंड के मौसम में नहाते समय पानी का तापमान और समय दोनों ही शरीर के स्वास्थ्य पर बड़ा असर डालते हैं।
फिजियोथेरेपिस्ट और हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. अनुपमा वर्मा कहती हैं कि सर्दियों में ठंडे पानी से नहाना शरीर के लिए जोखिम भरा हो सकता है। “ठंडे पानी से नहाने पर त्वचा की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्त संचार प्रभावित होता है। इससे मांसपेशियों में अकड़न, जोड़ों में दर्द और सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं हो सकती हैं।”
वहीं, गर्म पानी से नहाना शरीर के लिए अधिक लाभदायक माना जाता है। इससे रक्त संचार बेहतर होता है, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में नहाने के लिए पानी का तापमान 36 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए — यह न ज्यादा ठंडा होता है न बहुत गर्म।
हालांकि, डॉक्टरों की सलाह है कि पानी अत्यधिक गर्म नहीं होना चाहिए, क्योंकि बहुत गर्म पानी त्वचा की प्राकृतिक नमी को कम कर सकता है और जलन का कारण बन सकता है।
नहाने का सही समय भी महत्वपूर्ण
सुबह-सुबह ठंडे पानी से नहाना शरीर के लिए शॉक जैसा असर डाल सकता है। ऐसे में दिन के मध्य या शाम के समय हल्के गर्म पानी से नहाना बेहतर रहता है। नहाने के बाद त्वचा को अच्छी तरह सुखाकर मॉइश्चराइज़र लगाना जरूरी है, ताकि ठंड के मौसम में त्वचा रूखी न हो।
कुछ विशेषज्ञ गर्म और हल्के ठंडे पानी के मिश्रण से नहाने की सलाह देते हैं। इससे शरीर धीरे-धीरे ठंडे तापमान के अनुकूल होता है और रक्त संचार भी उत्तेजित रहता है। इसे टेम्परेचर थैरेपी कहा जाता है, जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभदायक है।
निष्कर्ष:
विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में नहाने के लिए हल्का या मध्यम गर्म पानी सबसे सुरक्षित और फायदेमंद होता है। ठंडे पानी से नहाना केवल तभी उचित है जब व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ हो और शरीर में पर्याप्त सहनशक्ति हो। सही तापमान, समय और देखभाल के साथ नहाना न केवल सर्दी-जुकाम से बचाता है बल्कि पूरे दिन ताजगी भी बनाए रखता है।
Author: Deepak Mittal









