भारत में फेस्टिव सीजन ने अल्कोहल आधारित पेय उद्योग को नई रफ्तार दी है। इस दौरान बिक्री में दो अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है, और कंपनियों को दिसंबर तिमाही में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की उम्मीद है।
उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, डेढ़ महीने के त्योहारी सत्र में व्हिस्की, स्कॉच, रम, वोदका, जिन और टकीला जैसे व्हाइट स्पिरिट की मांग में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। खास बात यह है कि यह वृद्धि न केवल मेट्रो शहरों तक सीमित है, बल्कि टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी प्रीमियम और लक्जरी ब्रांड्स की खपत में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है।
प्रीमियम सेगमेंट में मजबूत मांग रेडिको खेतान के मुख्य परिचालन अधिकारी अमर सिन्हा ने बताया, “इस साल त्योहारी सीजन में हमारे प्रीमियम और लक्जरी पोर्टफोलियो ने शानदार प्रदर्शन किया है। उपभोक्ताओं की पसंद तेजी से प्रीमियम श्रेणी की ओर बढ़ रही है।” उन्होंने कहा कि उनके ब्रांड्स ‘रामपुर इंडियन सिंगल माल्ट’ और ‘जैसलमेर इंडियन क्राफ्ट जिन’ ने उभरते बाजारों में मजबूत वृद्धि दर्ज की है। सिन्हा ने आगे कहा, “त्योहारी सीजन की रफ्तार को देखते हुए हमें दिसंबर तिमाही में भी सकारात्मक गति बनाए रखने का भरोसा है। भारत में त्योहार हमेशा से खपत का प्रमुख समय रहे हैं, और इस बार का प्रदर्शन हमारी उम्मीदों से कहीं बेहतर रहा है।”
10-20% बिक्री वृद्धि की उम्मीद भारतीय अल्कोहल पेय कंपनियों के परिसंघ (CIABC) के महानिदेशक अनंत एस. अय्यर ने बताया कि उद्योग को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 10 से 20 प्रतिशत की बिक्री वृद्धि की उम्मीद है। उन्होंने कहा, “अच्छे मानसून और सकारात्मक आर्थिक माहौल ने उपभोक्ताओं की खर्च करने की क्षमता को बढ़ाया है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी खपत में सुधार देखा गया है, जिसका सीधा असर बिक्री पर पड़ रहा है।”
प्रीमियम और फ्लेवर सेगमेंट में उछाल उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारी खरीदारी, सामाजिक आयोजनों और गिफ्टिंग कल्चर में वृद्धि ने इस उछाल को और बढ़ावा दिया है। खासकर प्रीमियम और फ्लेवर्ड अल्कोहल की मांग में तेजी आई है, जो छोटे शहरों तक फैल रही है। यह रुझान दर्शाता है कि भारतीय उपभोक्ता अब गुणवत्ता और ब्रांड वैल्यू को अधिक महत्व दे रहे हैं।
Author: Deepak Mittal









