गरियाबंद के जंगल में मौत का डंप! विस्फोटक भंडार बरामद — नक्सली रच रहे थे खौफनाक साजिश
जंगलों के बीच छिपाया गया विस्फोटक जखीरा — पुलिस और CRPF की संयुक्त कार्रवाई में नक्सलियों की खतरनाक योजना नाकाम
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले से नक्सल मोर्चे पर बड़ी सफलता की खबर सामने आई है। पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया।
थाना शोभा क्षेत्र के ग्राम रक्शापथरा के जंगल इलाके में जवानों ने भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, कुकर, इलेक्ट्रिक स्विच, टैबलेट, इंजेक्शन और दवाइयां बरामद की हैं। माना जा रहा है कि इन सामग्रियों का इस्तेमाल आईईडी ब्लास्ट (IED Blast) जैसी किसी बड़ी नक्सली घटना को अंजाम देने के लिए किया जाना था।
विनाश की तैयारी के बीच सफलता:
यह क्षेत्र जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दक्षिण दिशा में स्थित है। यहां सक्रिय माओवादी संगठन ‘उदंती एरिया कमेटी’ ने पुलिस पार्टी और ग्रामीणों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से आईईडी बनाने हेतु विस्फोटक सामग्री डंप कर रखी थी।
सूत्रों के अनुसार, मुखबिर से मिली गुप्त सूचना के बाद 11 अक्टूबर 2025 को जिला पुलिस बल, ऑपरेशन टीम E-30, बीडीएस टीम और सीआरपीएफ की 65वीं बटालियन की यंग प्लाटून ने रक्शापथरा, कोसमबुड़ा और भालूपानी के जंगल-पहाड़ी इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया।
ऑपरेशन में मिली सफलता:
सर्चिंग के दौरान बीडीएस टीम को एक पेड़ के पास पत्थरों के नीचे संदिग्ध डंप का पता चला। खुदाई करने पर सुरक्षित तरीके से छिपाए गए विस्फोटक, कुकर, मेडिकल सामग्री और दवाइयां बरामद की गईं।
सुरक्षा बलों ने इन्हें जब्त कर नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पुलिस का बयान:
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह बरामदगी नक्सलियों की विनाशकारी योजनाओं को नाकाम करने में एक बड़ी सफलता है।
वर्तमान में आसपास के जंगल क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान जारी है ताकि किसी भी संभावित नक्सली गतिविधि को समय रहते रोका जा सके।

Author: Deepak Mittal
