रायपुर। कला के प्रति समर्पण और बच्चों के हुनर ने राज्यपाल रमेन डेका का दिल जीत लिया। राजभवन में आयोजित एक विशेष मुलाकात के दौरान, कोण्डागांव जिले के शासकीय उच्च प्राथमिक शाला मड़ानार के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने राज्यपाल को अपनी बनाई हुई काष्ठ कला (वुड आर्ट) से निर्मित शानदार पोट्रेट भेंट किया।
विद्यालय के शिक्षक शिवचरण साहू ने राज्यपाल को बताया कि उनके स्कूल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप विद्यार्थियों को काष्ठ कला प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण से बच्चे न केवल मूर्तियां, बल्कि कई उपयोगी वस्तुएं भी खुद तैयार कर रहे हैं — जिससे उनमें कौशल विकास और आत्मनिर्भरता की भावना जाग रही है।
राज्यपाल डेका ने बच्चों की इस कला की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि,
“ये बच्चे छत्तीसगढ़ की मिट्टी की महक और परंपरा दोनों को संजोए हुए हैं। ऐसे प्रयास ही ‘नई शिक्षा नीति’ की सच्ची मिसाल हैं।”
प्रेरणादायक इस पहल को प्रोत्साहन देते हुए राज्यपाल ने विद्यालय को ₹50,000 का अनुदान देने की घोषणा की, ताकि प्रशिक्षण को और प्रभावी ढंग से संचालित किया जा सके।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानपाठिका श्रीमती हिना साहू, शिक्षकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
👉 काष्ठ की लकड़ी में उकेरी गई कला ने साबित कर दिया — जब अवसर और मार्गदर्शन सही हो, तो छोटे हाथ भी बड़ा कमाल कर दिखा सकते हैं! 🌟

Author: Deepak Mittal
