निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
मुंगेली: जिला कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देश पर मुंगेली जिले में संचालित मेडिकल एजेंसियों में कोल्ड्रीफ और डेक्सट्रोमेथॉर्फिन कफ सिरप की जांच की गई। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के सहायक औषधि नियंत्रक ने बताया कि तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित फार्मास्यूटिकल कंपनी द्वारा निर्मित कोल्ड्रीफ कफ सिरप तथा राजस्थान के जयपुर स्थित कायन्स फार्मा द्वारा निर्मित डेक्सट्रोमेथॉर्फिन कफ सिरप को अमानक स्तर का घोषित किया गया है।
इसी कड़ी में जिले के थोक औषधि विक्रेताओं तथा बच्चों के अस्पताल स्थित चिल्हर औषधि विक्रेताओं का सघन निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मुंगेली के बरेला स्थित नथानी मेडिकल एजेंसी, अजय मेडिकल एंड जनरल स्टोर्स, मुंगेली सिटी के नरेंद्र मेडिकल स्टोर्स, मीरा मेडिकल एजेंसी, प्रकाश मेडिकल एजेंसी, गीता एजेंसी तथा शिवम एजेंसी की जांच की गई। इन थोक विक्रेताओं के पास उक्त अमानक औषधियों का कोई स्टॉक नहीं पाया गया।

बच्चों के अस्पताल में स्थित आस्तिक मेडिकल स्टोर्स, एंजल मेडिकोज तथा यशोदा फार्मेसी के विक्रेताओं को दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप केवल चिकित्सकीय परामर्श पर ही देने के सख्त निर्देश दिए गए। निरीक्षण टीम ने अन्य निर्माता कंपनियों के कफ सिरप के नमूने संग्रहित कर रायपुर स्थित औषधि परीक्षण प्रयोगशाला भेज दिए हैं।
परिणाम आने के बाद नियमानुसार आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।इस निरीक्षण अभियान में औषधि निरीक्षक महेंद्र देवांगन, किरण सिंह तथा नमूना सहायक नोहर सिंह खरे उपस्थित रहे। विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे केवल प्रमाणित औषधियों का ही उपयोग करें तथा बच्चों को दवा देने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

Author: Deepak Mittal
