आज के डिजिटल युग में YouTube मनोरंजन का नहीं बल्कि अरबों डॉलर के मुनाफे का एक विशाल साम्राज्य बन चुका है। अक्सर लोग यह सोचते हैं कि जब यह प्लेटफॉर्म यूट्यूबर्स को करोड़ों रुपये दे रहा है तो आखिर खुद इसकी तिजोरी कैसे भरती है?
वास्तव में YouTube का बिजनेस मॉडल सिर्फ विज्ञापनों तक सीमित नहीं है बल्कि इसके पीछे कमाई के कई मजबूत स्रोत छिपे हैं।
YouTube की कमाई के 5 सबसे बड़े स्रोत
1. विज्ञापनों (Advertisements) से सबसे ज्यादा कमाई
YouTube की कमाई का सबसे बड़ा और मुख्य ज़रिया है विज्ञापन। यह कमाई Google AdSense के ज़रिए होती है। कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स को लाखों-करोड़ों दर्शकों तक पहुँचाने के लिए YouTube को पैसे देती हैं। वीडियो के बीच-बीच में शुरू में या अंत में दिखने वाले ये ऐड्स YouTube की कुल आय का सबसे बड़ा हिस्सा होते हैं।
2. YouTube Premium सब्सक्रिप्शन से आय
YouTube ने उन दर्शकों के लिए प्रीमियम सर्विस शुरू की है जो बिना रुकावट (Ad-Free) वीडियो देखना चाहते हैं। दर्शक हर महीने एक तय शुल्क देते हैं जिससे YouTube को एक मजबूत और नियमित आय स्रोत मिलता है। प्रीमियम यूज़र्स को बैकग्राउंड प्ले और एक्सक्लूसिव कंटेंट जैसी सुविधाएँ भी मिलती हैं।
3. सुपर चैट और सुपर थैंक्स यह सुविधा मुख्य रूप से लाइव स्ट्रीमिंग करने वाले यूट्यूबर्स के लिए है लेकिन इससे YouTube को भी एक अच्छा-खासा हिस्सा मिलता है। दर्शक जब लाइव वीडियो देखते हैं तो वे Super Chat या Super Thanks फीचर के ज़रिए पैसे भेजकर अपने मैसेज को हाईलाइट करवा सकते हैं। इस पैसे का एक हिस्सा क्रिएटर को मिलता है जबकि एक अच्छी-खासी रकम YouTube के पास भी रहती है।
4. मेंबरशिप और चैनल जॉइन फीचर
कई क्रिएटर्स अब अपने चैनल पर Membership Program या Join Button ऑफर करते हैं। दर्शक हर महीने एक फीस देकर चैनल के एक्सक्लूसिव कंटेंट, बैज और विशेष सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इस मेंबरशिप फीस का एक बड़ा हिस्सा सीधे YouTube के पास जाता है जिससे उसकी आय में वृद्धि होती है।
5. ब्रांड पार्टनरशिप और मर्चेंडाइजिंग
YouTube अप्रत्यक्ष रूप से भी कमाई करता है खासकर जब यह क्रिएटर्स और ब्रांड्स को जोड़ता है। जब कोई बड़ा ब्रांड किसी बड़े यूट्यूबर से प्रमोशन करवाता है तो इसमें YouTube की अप्रत्यक्ष कमाई होती है। YouTube Merch Shelf फीचर के ज़रिए क्रिएटर्स अपने प्रोडक्ट्स (टी-शर्ट, मग आदि) बेच सकते हैं। इस बिक्री से होने वाली आय में भी YouTube को हिस्सेदारी मिलती है। इन बहुआयामी आय स्रोतों की वजह से ही YouTube अपने क्रिएटर्स को करोड़ों रुपये देने के बावजूद दुनिया के सबसे सफल डिजिटल बिज़नेस में से एक बना हुआ है।

Author: Deepak Mittal
