दल्लीराजहरा। शासन की महत्वाकांक्षी सरस्वती साइकिल योजना के अंतर्गत बोरगांव शासकीय हाई स्कूल में साइकिल वितरण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जनपद अध्यक्ष डौंडी मुकेश कौड़ो, अध्यक्षता प्राचार्य विजय कुमार देवांगन ने की। विशेष अतिथि के रूप में जनपद सदस्य शिवप्रसाद बारला, सरपंच बोरगांव देवकी बाई कोटपरिया, शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष निर्भय राम, शाला विकास समिति अध्यक्ष चंदन सिंह, चरण सिंह मंडावी, पालक-शिक्षक संघ के अध्यक्ष सहित सदस्य मोतीराम, कुमार सिंह, ईश्वर सिंह तथा बड़ी संख्या में पालक, छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन और पूजा-अर्चना से किया गया। अतिथियों का पुष्पगुच्छ और गुलाल से स्वागत किया गया। प्रारंभ में प्राचार्य ने योजना के उद्देश्य और महत्व की जानकारी दी। इसके बाद अतिथियों ने अपने उद्बोधन में कहा कि साइकिल मिलने से बेटियों की शिक्षा के रास्ते की कठिनाइयां कम होंगी। विद्यालय तक पहुंचना आसान होगा, समय की बचत होगी और छात्राओं में शिक्षा के प्रति उत्साह और आत्मनिर्भरता दोनों बढ़ेगी। साथ ही ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को भी इससे नई ऊर्जा मिलेगी।
इस अवसर पर कक्षा 9वीं के 22 नवप्रवेशी विद्यार्थियों को तिलक-वंदन कर साइकिल वितरण किया गया। बच्चों ने साइकिल पाकर खुशी व्यक्त की और भविष्य में लगन के साथ पढ़ाई कर समाज और देश के लिए योगदान देने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन संजय कुमार पाटले ने किया।
सरस्वती साइकिल योजना क्या है?
राज्य शासन द्वारा प्रारंभ की गई सरस्वती साइकिल योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों की छात्राओं को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है। कक्षा 9वीं में प्रवेश लेने वाली सभी बालिकाओं को निःशुल्क साइकिल दी जाती है। योजना का लाभ यह है कि –
छात्राओं को विद्यालय आने-जाने में सुविधा मिलती है।
लंबी दूरी तय करने में समय और श्रम की बचत होती है।
शिक्षा के प्रति रूचि और निरंतरता बनी रहती है।
स्कूली शिक्षा में नामांकन और उपस्थिति बढ़ती है।
ग्रामीण बालिकाओं में आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास का विकास होता है।
इस योजना से बड़ी संख्या में बेटियां अब नियमित रूप से विद्यालय पहुंच रही हैं और बेहतर भविष्य की ओर कदम बढ़ा रही हैं।
Author: Deepak Mittal









