दल्ली राजहरा: भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) की खदान में रविवार सुबह अफरा-तफरी का माहौल उस समय बन गया, जब अचानक मधुमक्खियों के झुंड ने ड्यूटी पर पहुंचे कर्मचारियों पर हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में 11 कर्मचारी घायल हो गए, जिन्हें तत्काल बीएसपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी का इलाज डॉक्टरों की निगरानी में जारी है। कर्मचारियों के मुताबिक, जैसे ही वे जनरल शिफ्ट में माइंस गेट के पास पहुंचे, तभी वहां मौजूद मधुमक्खियों का बड़ा झुंड आक्रामक हो गया और ताबड़तोड़ हमला कर दिया। घटना इतनी भयावह थी कि मौके पर भगदड़ की स्थिति बन गई। घायल कर्मचारी चीखते-चिल्लाते अस्पताल तक पहुंचाए गए।
बीएसपी प्रबंधन की लापरवाही उजागर
घटना को लेकर कर्मचारियों में भारी नाराज़गी है। उनका कहना है कि माइंस क्षेत्र में लंबे समय से मधुमक्खियों के छत्ते मौजूद थे, लेकिन बीएसपी प्रबंधन ने कभी इसकी सुध नहीं ली। समय रहते छत्तों को हटाने या सुरक्षा इंतज़ाम करने के बजाय प्रबंधन ने कर्मचारियों की जान को खतरे में डाल दिया।
भय का माहौल, सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
कर्मचारियों का आरोप है कि यह पहली बार नहीं है जब माइंस में सुरक्षा इंतज़ामों की कमी सामने आई हो। हर बार हादसे के बाद खानापूर्ति कर मामला दबा दिया जाता है। अब मधुमक्खियों के हमले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कर्मचारियों की सुरक्षा बीएसपी प्रबंधन के एजेंडे में नहीं है।
लोगों का कहना है कि यदि समय रहते छत्तों को हटाया जाता तो इस तरह की स्थिति कभी उत्पन्न नहीं होती। कर्मचारियों में गुस्सा है कि आखिर उनकी जान की कीमत कब समझेगा बीएसपी प्रबंधन?

Author: Deepak Mittal
