शहर में बिजली बिल को लेकर मचा हंगामा, हाफ योजना बंद होने के बाद दुगुना हुआ बिल

Picture of Deepak Mittal

Deepak Mittal

निर्मल अग्रवाल ब्यूरो चीफ मुंगेली 8959931111

मुंगेली – शहर में इन दिनों बिजली बिल को लेकर हंगामा मचा हुआ है। आम नागरिक से लेकर गरीब मजदूर हर कोई बिजली विभाग की इस नई व्यवस्था से परेशान है। लोगों का कहना है कि ‘बिजली बिल हाफ योजना’ बंद होने के बाद अचानक बिल दुगुना आने लगा है, जिससे घर का खर्च संभालना मुश्किल हो गया है। एक तरफ जहां मजदूर और गरीब तबका अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी जुटाने में ही संघर्ष कर रहा है, वहीं ऊपर से बिजली के बढ़े बिल ने उनकी नींद उड़ा दी है। कई उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले जो बिल 300 से 400 रुपए आता था, वह अब 800 से 1000 रुपए तक पहुंच गया है। ऐसे में मजदूरी कर रोज कमाने-खाने वालों की हालत खराब हो गई है।

गरीब परिवार बेहाल, महिलाएं चिंतित

शहर की महिलाओं ने बताया कि सरकार की ओर से उन्हें महतारी वंदन योजना के तहत ₹1000 देने का वादा किया गया था। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि वही राशि बिजली बिल के रूप में वसूली जा रही है। एक महिला ने कहा – “बिजली बिल इतना ज्यादा आ रही है कि पूरा पैसा बिल भरने में ही चला जा रहा है, आखिर गरीब परिवार गुजारा कैसे करेगा?”

कांग्रेस का आरोप – सरकार कर रही है वसूली

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने भी इस मुद्दे को उठाया है। उनका कहना है कि महतारी वंदन योजना के नाम पर महिलाओं को जो ₹1000 दिए जा रहे हैं, वही पैसा बिजली बिल के रूप में वसूल कर लिया जा रहा है। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार गरीब परिवारों की जेब पर सीधा डाका डाल रही है और उन्हें राहत देने के बजाय मुसीबतों में धकेल रही है।

बीजेपी का पलटवार – कटौती कर भेजा जा रहा है बिजली बिल

वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेताओं का कहना है कि सरकार गरीबों को राहत देने के लिए कटौती कर बिल भेज रही है। उनका दावा है कि उपभोक्ताओं को घबराने की जरूरत नहीं है, आने वाले समय में बिल की समस्या को लेकर ठोस कदम उठाए जाएंगे।

बिजली दफ्तरों में शिकायतों का अंबार

शहर के बिजली दफ्तरों में भी शिकायतकर्ताओं की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। कई उपभोक्ताओं ने बताया कि जब वे बिल की शिकायत करने कार्यालय पहुंचे तो उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि “योजना बंद हो चुकी है, अब पूरा बिल भरना होगा।” इस जवाब से लोगों का गुस्सा और बढ़ गया है।

आम नागरिकों की बढ़ी चिंता

शहर के दुकानदार, व्यापारी और रिक्शा चालक तक का कहना है कि अचानक बिल बढ़ने से उनकी रोजमर्रा की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है। बहुत से लोगों ने यह भी कहा कि यदि स्थिति यही रही तो उन्हें घर का खर्च चलाने के लिए कर्ज लेना पड़ेगा।

हंगामे का आलम

स्थिति यह है कि गली-मोहल्लों से लेकर चौक-चौराहों तक बिजली बिल ही चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग जगह-जगह बैठकर अपनी परेशानियां साझा कर रहे हैं। कई लोग यह भी कह रहे हैं कि अगर सरकार ने जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो वे सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे।

Deepak Mittal
Author: Deepak Mittal

Leave a Comment

Leave a Comment