सुलग रहे नेपाल में जेल ब्रेक कर 500 कैदी भागे, भारत बॉर्डर पर SSB ने 5 को दबोचा

Picture of Deepak Mittal

Deepak Mittal

नेपाल में जारी Gen-Z आंदोलन के बीच जेल तोड़ने की कई घटनाएं सामने आई हैं. अब जानकारी सामने आई है कि नवलपरासी वेस्ट जिले की जिला जेल से आज 500 से ज्यादा कैदी फरार हो गए. कैदियों ने जेल के अंदर आगजनी की और रिहाई की मांग को लेकर नारेबाजी की.

सुरक्षा बलों की कोशिशों के बावजूद अधिकांश कैदी जेल से भागने में सफल रहे. घटना के बाद सेना, पुलिस और आर्म्ड पुलिस को जेल परिसर में तैनात किया गया है.

भारत-नेपाल बॉर्डर पर भी इस घटना का असर देखा गया. सिद्धार्थनगर बॉर्डर पर SSB ने नेपाल से फरार पांच कैदियों को पकड़ा है. इन कैदियों से स्थानीय पुलिस और दूसरी एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. बताया जा रहा है कि नेपाल की जेल से बड़ी संख्या में कैदी फरार होने के बाद बॉर्डर इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है.

इससे पहले महोतरी जिले के जलेश्वर स्थित जेल में भी बड़ा जेल ब्रेक हुआ था. मंगलवार देर शाम जेल में तोड़फोड़ और हंगामे के बाद 577 में से 576 कैदी फरार हो गए. कैदी न केवल अपने निजी सामान बल्कि जेल का सामान भी साथ ले भागे.

पोखरा और नक्खू जेल से भी भागे कैदी

पोखरा से भी चौंकाने वाली घटना सामने आई. यहां 900 कैदी जेल से भाग निकले. रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों के जेल में घुसने के बाद पुलिस पीछे हट गई और मौके का फायदा उठाकर सभी कैदी आराम से निकल गए.

काठमांडू की नक्खू जेल में भी हिंसा और आगजनी की घटना हुई. प्रदर्शनकारियों ने जेल को आग के हवाले कर दिया. बताया जा रहा है कि पूर्व गृह मंत्री रवि लामिछाने इसी जेल में बंद थे. उनके समर्थक उन्हें जेल से निकालकर घर ले गए.

इन घटनाओं के बाद नेपाल के भीतर सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं. बिहार और उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर भी सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं.

नेपाल आर्मी ने लोगों से हथियार-गोलाबारूद सरेंडर करने कहा

नेपाल आर्मी ने इस स्थिति को देखते हुए नागरिकों से अपील की है कि वे अपने पास मौजूद किसी भी तरह के अनाधिकृत हथियार और गोलाबारूद तुरंत सुरक्षा कर्मियों के पास सरेंडर कर दें. आर्मी ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि इन हथियारों का दुरुपयोग हो सकता है और इससे जान-माल का नुकसान होने का खतरा है. आर्मी ने नागरिकों से अपील की है कि वे सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी दें और जिनके पास ऐसे हथियार हैं, उन्हें सरेंडर करने के लिए प्रेरित करें.

Deepak Mittal
Author: Deepak Mittal

Leave a Comment

Leave a Comment