Uttarakhand Disaster: 5 अगस्त 2025 को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना हुई। इसमें अभी तक 5 लोगों की मौत की आधिकारिक जानकारी दी गई है। हालांकि, वहां के निवासियों का कहना है कि इस घटना में 50 से 60 लोगों की मौत होने की संभावना है।
दरअसल, ये लोग लापता लोगों को देखते हुए ये संभावना जता रहे हैं। बदाल फटने के समय जो वहां पर मौजूद थे, उनकी कई कहानियां सामने आ रही हैं। इन्हीं में कुछ लोगों ने एक यूट्यूबर से बात करते हुए बताया कि पानी के साथ उनका आशियाना उजड़ गया है। तभी से वह जंगलों में रहने को मजबूर हैं।
देखते ही देखते बह गए लोग
बादल फटने के बाद लोगों को सुरक्षित जगह पर भेजा जा रहा है। रेस्क्यू करके सुरक्षित जगह पर लाए गए लोगों ने मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि ‘मैं धराली के एक होटल में काम करता हूं, जैसे ही मैं काम खत्म करके खाना खाने के लिए बैठा उसी समय यह घटना हुई।’ उन्होंने बताया कि धराली में मेला लगा था, जिसमें जाने के लिए सभी लोग तैयारियां कर रहे थे। वह कहते हैं कि एक महिला जो होटल में रह रही थी उसको हमने नीचे बुलाया, लेकिन वह नहीं आई और पानी के साथ बह गई।
#BRODisasterResponseUttarakhand#NH34GangotriHighway
Incessant rainfall in Uttarakhand has damaged roads at multiple locations on NH-34 (Uttarkashi–Gangotri axis) including a 100m washout at Papadgad and major debris blockage near Dharali.
Restoration work by Project Shivalik… pic.twitter.com/BW97irk5ZO
— 𝐁𝐨𝐫𝐝𝐞𝐫 𝐑𝐨𝐚𝐝𝐬 𝐎𝐫𝐠𝐚𝐧𝐢𝐬𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 (@BROindia) August 6, 2025
तबाही के बाद खुले में रह रहे लोग
चश्मदीद बताते हैं कि पानी किस समय आया हमें पता ही नहीं चला। जब तक पता चला तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पानी अपने साथ होटल को भी ले गया। हम आगे आगे भागते रहे और पानी हमारे पीछे था। उनका कहना है कि वहां पर स्थिति बहुत खराब है। अंदाजा लगाते हुए वह कहते हैं कि कम से कम 50 से 60 लोगों की मौत हुई होगी। यह लोग तबाही के बाद से ही जंगलों में रहने को मजबूर हैं। उनका कहना है कि प्रशासन भी क्या ही करेगा, जितना उनसे हो रहा है वह सब कर रहे हैं।

Author: Deepak Mittal
