गौ सेवा का लिया गया संकल्प
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
मुंगेली- जिले में बेसहारा एवं घुमंतू पशुओं के संरक्षण और बेहतर प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए ‘‘गौ सेवा संकल्प अभियान’’ संचालित किया जा रहा है। इसी कड़ी में बेसहारा एवं घुमंतू पशुओं के बेहतर प्रबंधन हेतु जिला पंचायत सभाकक्ष में ‘‘गौ सेवा संकल्प अभियान’’ कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में 74 ग्राम पंचायतों के सरपंच एवं सचिवों को गायों की सेवा एवं संरक्षण के लिए कार्ययोजना के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान गौ सेवा संकल्प अभियान अंतर्गत गौ माता की सेवा करने, मवेशी को खुले में नहीं छोड़ने, सड़क पर मवेशी मिलने पर किनारे हटाने के साथ ही अपने माता-पिता, मित्रों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों को गौ सेवा के लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया गया।
कार्यशाला में कलेक्टर कुन्दन कुमार ने कहा कि राजमार्गों एवं स्थानीय मार्गों में लगातार सड़क दुर्घटना एवं स्थानीय पशु मालिकों द्वारा लापरवाही तथा गैर जिम्मेदारीपूर्वक सड़क एवं सार्वजनिक स्थलों पर पशुओं को स्वतंत्र रूप से छोड़ देने के कारण आवागमन बाधित होने के साथ साथ जनहानि, पशुहानि, मालहानि तथा सड़क दुर्घटना की आशंका रहती है, इसे ध्यान में रखते हुए जिले में ‘‘गौ सेवा संकल्प अभियान’’ की शुरुआत की गई है।
उन्होंने कहा कि हम सभी को इस अभियान के लिए गौ माता ने चुना है। यह अभियान आप सभी को अपने मूल से जोड़ने का अभियान है। उन्होंने सचिवों को जिले की मुख्य कड़ी बताते हुए गौ सेवा के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि गौ चौपाल लगाकर लोगों को जागरूक करें, सड़क में कहीं भी दुर्घटना न हो, नेशनल हाईवे सहित सड़कों पर मवेशी ना रहे, इसके लिए उन्होंने बेहतर कार्ययोजना बनाने की बात कही।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने गौ सेवा संकल्प अभियान थीम को समझाते हुए कहा कि गौ सेवा पवित्र कार्य के साथ ही सुकून का कार्य है। यह कार्य नहीं, बल्कि धर्म से जुड़ा हुआ कर्म है। गौ सेवा से तनाव से मुक्ति मिलती है और जीवन में सकारात्मकता आती है। उन्होंने इस अभियान को सेवा भाव के साथ करते हुए आगे बढ़ने की बात कही।
जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय ने कहा कि गौ सेवा बहुत ही पुण्य का काम है। कई बार हमारी अनदेखी से गाय की सड़क पर दुर्घटनाएं होती है। उन्होंने घुमंतू मवेशियों को चिन्हांकित कर सड़क से हटाने व ईअर टैगिंग करने, युवा, बुजुर्गों एवं आम लोगों को अभियान से जोड़ने, जागरूक एवं प्रोत्साहित करते हुए गाय के प्रति सेवा भावना जागृत करने कहा।
उन्होंने कहा कि जिले में अब कोई भी गाय सड़क दुर्घटना का शिकार ना हो ऐसा प्रयास करें। गौठानों को ठीक कर मवेशियों को उन गौठानों में रखें। कार्यशाला में आवारा पशुओं की समस्या के संभावित निदान, गाय गोद लेने पर चर्चा की गई। इस दौरान उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग डॉ. आर.एम. त्रिपाठी, उप संचालक पंचायत भूमिका देसाई सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
