आन बान शान के साथ गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराया जाएगा दल्लीराजहरा शहर में

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दीपक मित्तल बालोद/रायपुर

दल्लीराजहरा, खनिजों की नगरी दल्ली राजहरा में आन बान शान के साथ गणतंत्र दिवस 26 जनवरी शुक्रवार को शहर के समस्त शासकीय अशासकीय विभागों के अलावा नगर पालिका, पुलिस थाना, अनुविभागीय दंडाधिकारी कार्यालय, व्यापारी संघ, अनाज व्यापारी संघ, बीएसपी सहित समस्त स्कूलों, ग्राम पंचायत में झंडा रोहण हषोल्लास के साथ फहराया जाएगा इसे लेकर भव्य तैयारियां की गई है,
देश का ऐसा पर्व है, जिसमें भारतवासी एकता,प्रभुता और स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाते हैं. इस दिन भारतीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है. देश के आजाद होने से पहले 22 जुलाई 1947 को आयोजित संविधान सभा की बैठक के समय भारत के राष्ट्रीय ध्वज को वर्तमान रूप में अपनाया गया था और 15 अगस्त 1947 के बाद भारत के ध्वज के लिए ‘तिरंगा’ शब्द को चुना गया, चूंकि तिरंगा केसरिया, सफेद और हरे तीन रंगों का है.

तिरंगे में मौजूद हर रंग का अपना विशेष भाव और महत्व है. धार्मिक और ज्योतिष रूप से तिरंगे के रंगों का संबंध ग्रहों से भी होता है और ग्रह से संबंधित होने के कारण इसका प्रभाव जीवन पर भी पड़ता है. आइये जानते हैं तिरंगे में मौजूद कौन सा रंग किस ग्रह से है संबंधित और इसका जीवन में क्या प्रभाव पड़ता है

केसरिया: केसरिया रंग शक्ति का प्रतीक है. ग्रहों के राजा सूर्य का संबंध केसरिया रंग से होता है. ज्योतिष के अनुसार सूर्य को तेज, प्रकाश, आत्मा और आत्मविश्वास का कारक माना जाता है. उगते हुए सूर्य की लालिमा में केसरिया रंग होता है जोकि व्यक्ति के मेहनती, आत्मनिर्भर और आत्मबल को बढ़ाने का सूचक माना जाता है. केसरिया रंग व्यक्ति के व्यक्तित्व को भी निखारता है.

सफेद: सफेद रंग को शांति का प्रतीक माना जाता है. यह रंग लोगों में आपसी समानता, एकता, सद्भावना और प्रेम का भाव पैदा करता है. ज्योतिष के अनुसार सफेद रंग चंद्रमा का कारक होता है. चंद्रमा को मन, माता और सौम्यता प्रदान करने वाला ग्रह माना जाता है. साथ ही यह रंग शुक्र ग्रह से भी संबंधित है जोकि सौंदर्य, भौतिक सुख और कला का कारक है.

हरा: तिरंगे के हरे रंग को संपन्नता और हरियाली का प्रतीक माना गया है. ज्योतिष के अनुसार हरा रंग का संबंध बुध ग्रह से होता है, जोकि तकनीक, तार्किक क्षमता, व्यवसाय आदि के कारक माने जाते हैं.

तिरंगा में केसरिया, सफेद और हरा रंग के साथ ही नीले रंग का अशोक चक्र भी होता है, जिसमें 24 तिलियां होती हैं. यह गतिशीलता का प्रतिनिधित्व करता है. ज्योतिष में नीले रंग को न्याय के देवता शनि ग्रह का कारक माना गया है.,000

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Author: Deepak Mittal

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