दिव्यांग उमाशंकर पात्रे को प्रदान किया ट्राईसाईकिल
दृष्टिबाधित दिव्यांग गगन को पढ़ाई के लिए मिलेगा लैपटॉप
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
मुंगेली- जिला कलेक्टोरेट में आयोजित जनदर्शन में कलेक्टर कुन्दन कुमार ने जिले के आमजनों की मांगों एवं समस्याओं को गंभीरता से सुनी और नियमानुसार निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान मुंगेली विकासखण्ड के ग्राम गोरखपुर के दिव्यांग उमाशंकर पात्रे ने ट्राईसाईकिल की मांग की। उन्होंने बताया कि दिव्यांगता के कारण चलने-फिरने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। कलेक्टर ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए तत्काल ट्राईसाईकिल प्रदान किया।

इससे उमाशंकर के चेहरे में मुस्कान लौट आई। इसी तरह पथरिया विकासखण्ड के ग्राम बदरा (ब.) के दृष्टिबाधित दिव्यांग गगन कुर्रे ने बताया कि उन्होंने कक्षा 12वीं 76 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण की है तथा आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं। दृष्टिबाधित होने के कारण वे पेन से नहीं लिख सकते, असाइमेंट, प्रोजेक्ट वर्क और अन्य शैक्षणिक कार्यों को टायपिंग के माध्यम से करते हैं, उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है, उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए लैपटॉप की मांग की। कलेक्टर ने गगन की शैक्षणिक, आर्थिक स्थिति पर गंभीरता से विचार करते हुए लैपटॉप सहित अन्य सुविधाओं के लिए सहमति जताई। इस दौरान अतिरिक्त कलेक्टर निष्ठा पाण्डेय तिवारी, जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय, अपर कलेक्टर मेनका प्रधान, मुंगेली एसडीएम पार्वती पटेल सहित सबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

154 आवेदन प्राप्त हुए जनदर्शन में आमजनों ने अपनी मांगों एवं समस्याओं से संबंधित 154 आवेदन प्रस्तुत किए, इनमें गौ सेवा कल्याण समिति के अध्यक्ष ने दुर्घटनाग्रस्त गायों को चिकित्सालय लेने जाने के लिए एम्बुलेंस प्रदान करने, ग्राम बांकी के ग्रामीणों ने सड़क की मरम्मत कराने, भालूखोंदरा की शशीबाई ने दिव्यांग पेंशन दिलाने, ग्राम ढोठमा के ग्रामीणों ने शासनकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने, ग्राम घुठेली के शिवप्रसाद ने प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत किस्त की राशि दिलाने, ग्राम देवरी के संतोष कुमार ने पैतृक भूमि का आपसी बंटवारा कराने, ग्राम उमरिया के भागबली ने अपनी पुत्रियों की जाति प्रमाण पत्र बनवाने सहित अन्य आवेदकों ने अपनी मांगों एवं समस्याओं के निराकरण की मांग की। कलेक्टर ने प्राप्त आवेदनों के नियमानुसार निराकरण के लिए आश्वस्त किया।

Author: Deepak Mittal
