Rahul Gandhi Allegations Operation Sindoor: अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को दहला दिया था। इस हमले के बाद भारत सरकार ने आतंक के खिलाफ एक कड़ा जवाब देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की एक ऐसा सैन्य अभियान जिसने पाकिस्तान स्थित आतंकी ढांचे को निशाना बनाया।
यह ऑपरेशन जहां भारत की सुरक्षा नीति में निर्णायक बदलाव का प्रतीक बना, वहीं अब यह संसद में सियासी घमासान का भी कारण बन गया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा ने इस मसले को भारत-अमेरिका के बीच संभावित ट्रेड डील से भी जोड़ते हुए प्रधानमंत्री की मंशा पर सवाल उठाए। हालांकि, सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर चुकी है। संसद में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया था कि ‘दुनिया के किसी भी नेता ने भारत को कोई ऑपरेशन रोकने के लिए नहीं कहा।
राहुल गांधी का PM मोदी पर जोरदार हमला
पीएम मोदी के द्वारा संसद में दिए गए भाषण पर बोलते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘यह बात तो साफ है कि प्रधानमंत्री ने नहीं कहा कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। सबको पता है कि वो (प्रधानमंत्री) बोल नहीं पा रहे हैं। यही सच्चाई है। अगर प्रधानमंत्री मोदी कुछ बोलेंगे, तो ट्रंप सारी बातें खुलकर कह देगा, पूरा सच सामने रख देगा इसीलिए प्रधानमंत्री कुछ बोल ही नहीं पा रहे।’
उन्होंने आगे कहा, ‘वो (ट्रंप) यह सब कह क्यों रहा है? क्योंकि वो अपनी ट्रेड डील चाहता है। इसलिए वह भारत पर दबाव बनाएगा। आप देखना, कैसी ट्रेड डील तैयार होती है।’
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान दिया जिसमें उन्होंने दावा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऑपरेशन सिंदूर को रोकने और भारत-पाकिस्तान में सीज़फायर पर सहमति बनाने की बात की है। ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत के साथ एक ‘बड़ी ट्रेड डील’ चल रही है, जिसे लेकर उन्होंने भारत पर दबाव डाला। इसी को लेकर विपक्षी दल पीएम मोदी पर निशाना साध रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि भारत के जवाबी ऑपरेशन पर यदि विदेशी नेता हस्तक्षेप कर रहे हैं, और प्रधानमंत्री मौन हैं, तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के लिए खतरनाक संकेत है।
विपक्ष के आरोप पर पीएम मोदी का जवाब
हालांकि, पीएम मोदी ने मंगलवार (29 जुलाई) को लोकसभा में चर्चा के दौरान डोनाल्ड के दावे और विपक्ष के सभी आरोप का जवाब दिया। पीएम मोदी ने कहा कि, ‘दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के लिए नहीं कहा है।’
वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्यसभा में कहा कि, ‘कान खोलकर सुन लें, 22 अप्रैल से 16 जून के बीच प्रधानमंत्री मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक भी फोन कॉल नहीं हुआ।’
