जिला कांग्रेस प्रवक्ता रश्मि सिंह ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
रतलाम से इमरान खान
रतलाम जिले के आदिवासी छात्रावासों में हो रही अनियमितताओं और सुविधाओं के अभाव को लेकर मामला गर्मा गया है। जनजाति विकास विभाग अंतर्गत सागौद रोड स्थित आदिवासी सीनियर कन्या छात्रावास को लेकर गंभीर आरोप सामने आए हैं।
जिला कांग्रेस प्रवक्ता रश्मि सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए भारतीय जनता पार्टी सरकार पर सीधे तौर पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में जनजातीय छात्रावासों की स्थिति बेहद दयनीय है। छात्राओं को बुनियादी सुविधाएं जैसे मच्छरदानी, किताबें, कॉपियां और पोषणयुक्त भोजन तक उपलब्ध नहीं हो रहा।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से जारी राशि का दुरुपयोग हो रहा है, और भाजपा से जुड़े नेता व अधिकारी “मलाई खा रहे हैं, पैसा हजम कर रहे हैं”।
रश्मि सिंह ने यह भी सवाल उठाया कि यदि सरकार, सांसद, विधायक और मंत्री सभी भाजपा के हैं, तो फिर छात्रावासों में भ्रष्टाचार और अव्यवस्था की जिम्मेदारी किसकी है? उन्होंने एबीवीपी से भी जवाब मांगा कि वह पहले इस स्थिति पर मौन क्यों थी, और अब प्रदर्शन कर पाखंड क्यों कर रही है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों के भीतर सभी आदिवासी छात्रावासों की उच्च स्तरीय और निष्पक्ष जांच नहीं कराई गई तथा छात्र-छात्राओं को पूर्ण सुविधाएं मुहैया नहीं कराई गईं, तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा की मानसिकता है कि अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग समाज की मुख्यधारा से न जुड़ पाए। छात्रावासों में बदहाल स्थिति इसी मानसिकता को दर्शाती है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने महात्मा गांधी और डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों से प्रेरित होकर इन छात्रावासों की शुरुआत की थी ताकि कमजोर वर्ग के बच्चे शिक्षा से वंचित न रहें। परंतु आज भाजपा सरकार इस वर्ग को आरक्षण और शिक्षा के लाभ से वंचित रखने की दिशा में काम कर रही है।
