PM Modi Tamil Nadu Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार देर रात त्रिचु पहुंचे और रविवार को दिन भर कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने त्रिचि में एक रोड शो किया जिसमें भारी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
पीएम राजा राजेंद्र चोल की जयंती समारोह कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इस साल अप्रैल में भाजपा और एआईएडीएमके के बीच गठबंधन हुआ है और दोनों दलों के नेता विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। एयरपोर्ट पर पीएम मोदी और पलनीसामी के बीच थोड़ी देर तक बातचीत भी हुई।
प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और पीएम का दौरा इस लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री इस दौरे पर राज्य को 4,900 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन भी कर रहे हैं। प्रदेश में डीएमके और कांग्रेस गठबंधन की सरकार है और लोकसभा चुनाव में भी इंडिया अलायंस ने यहां शानदार प्रदर्शन किया था। पीएम दक्षिण भारत में बीजेपी को मजबूत करने की दिशा में खास तौर पर ध्यान दे रहे हैं।
PM Modi Tamil Nadu Visit: तमिल संस्कृति के लिए पीएम दिखाते रहे हैं लगाव
केंद्र सरकार के त्रिभाषा फॉर्मूले का जोरदार विरोध तमिलनाडु में काफी विरोध हो रहा है। तमिलनाडु में हिंदी विरोध की लंबी परंपरा रही है और अब तक प्रदेश में बीजेपी को चुनावी सफलता भी नहीं है। हालांकि, लोकसभा चुनाव में पार्टी का वोट प्रतिशत जरूर बढ़ा था। पीएम तमिलनाडु की संस्कृति और तमिल भाषा के लिए अपना लगाव जाहिर करते रहे हैं। बीजेपी प्रदेश में अपनी मजबूत पकड़ बनाने के लिए काफी हद तक पीएम मोदी के चेहरे पर ही निर्भर है। रविवार को पीएम ने गंगैकोंडा चोलपुरम मंदिर में राजा राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती पर पूजा की। यह आयोजन आदि तिरुवाथिरै उत्सव के साथ मनाया गया।
इस खास मौके पर प्रधानमंत्री ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और सम्राट राजेंद्र चोल के योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि राजेंद्र चोल सिर्फ तमिलनाडु ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के सामरिक और सांस्कृतिक इतिहास के महान शासक रहे हैं। बीजेपी की कोशिश है कि हिंदी पट्टी वाली पहचान से आगे बढ़कर अपनी जड़ें केरल, तमिलनाडु तक बढ़ाए। इसके लिए बीजेपी को समावेशी विकल्प के तौर पर खुद को पेश करना ही होगा।
BJP तमिलनाडु में सनातन और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर रही है आक्रामक
डीएमके नेताओं के सनातन के विरोध में दिए बयान अक्सर ही चर्चा में रहते हैं। सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म के बारे में विवादित टिप्पणियां की थी। प्रदेश की राजनीति में अपनी जगह बनाने के लिए पार्टी ने एआईएडीएमके के साथ गठबंधन किया है। इसके अलावा, डीएमके सरकार में भ्रष्टाचार, सनातन का विरोध जैसे मुद्दों को पार्टी प्रमुखता से उठा रही है। प्रदेश को मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद कई बड़ी योजनाएं भी मिली हैं। विकास के साथ भ्रष्टाचार मुक्त विकल्प के तौर पर पार्टी अपना एजेंडा रख रही है। पीएम मोदी के गुड गवर्नेंस और भ्रष्टाचार मुक्त शासन चलाने की क्षमता के नाम पर ही ज्यादातर चुनाव प्रचार केंद्रित रहता दिख रहा है।
