औषधियों की गुणवत्ता जांचने जिला प्रशासन और औषधि विभाग की संयुक्त टीम का औचक निरीक्षण
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
मुंगेली : जिला कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देश पर जिला प्रशासन एवं औषधि विभाग की संयुक्त टीम ने मुंगेली व लोरमी ब्लॉक के विभिन्न मेडिकल स्टोर्स पर औचक निरीक्षण की कार्रवाई की। यह कार्रवाई एसडीएम मुंगेली पार्वती पटेल के मार्गदर्शन में तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं औषधि निरीक्षकों की उपस्थिति में की गई।
निरीक्षण के दौरान मेडिकल स्टोर्स में औषधियों की गुणवत्ता, बिक्री-पर्ची, दस्तावेजों की जांच एवं बिना प्रिस्क्रिप्शन के प्रतिबंधित नारकोटिक औषधियों की संभावित बिक्री को लेकर सघन जांच की गई।

जिन मेडिकल स्टोर्स पर जांच की गई उनमें शामिल हैं:
मुंगेली ब्लॉक: अशोक मेडिकल स्टोर्स, महादेव मेडिकल स्टोर्स, गणेश मेडिकल स्टोर्स
लोरमी ब्लॉक: आदित्य फार्मा, महामाया मेडिकल (फुलवारी), मां महामाया मेडिकल (ढोलगी), संकटमोचन मेडिकल स्टोर्स
जांच के दौरान मुंगेली के एक मेडिकल संचालक आवश्यक नारकोटिक औषधियों की खरीद-बिक्री से जुड़े दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। वहीं, लोरमी ब्लॉक के तीन मेडिकल स्टोर्स में दस्तावेजों में अनियमितताएं पाई गईं। संबंधित स्टोर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 एवं नियमावली 1945 के तहत अनुज्ञप्ति निलंबन या निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान औषधि निरीक्षक श्री महेन्द्र देवांगन (मुंगेली) एवं श्री रत्नेष बरगाह (लोरमी) भी उपस्थित थे।
पूर्व निरीक्षण में मेसर्स शारदा फार्मेसी, मुंगेली की लाइसेंस शेड्यूल एच की दवाइयों में अनियमितता के चलते निलंबित कर दी गई है। वहीं, प्रकाश मेडिकल एजेंसी को दवाओं को अनुचित तापमान में रखने के कारण कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है।

प्रशासन ने सभी मेडिकल स्टोर्स संचालकों को निर्देशित किया है कि वे दवाइयों की खरीद-बिक्री से संबंधित समस्त अभिलेखों का विधिवत संधारण करें एवं केवल प्रमाणित और गुणवत्तायुक्त औषधियों का ही विक्रय करें। शेड्यूल-एच, नारकोटिक औषधियां तथा एमटीपी किट जैसी दवाइयों का विक्रय केवल पंजीकृत चिकित्सकों के प्रिस्क्रिप्शन पर ही करें।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिले के समस्त ब्लॉकों में मेडिकल स्टोर्स की चरणबद्ध तरीके से सघन जांच की जाएगी, ताकि आम नागरिकों को सुरक्षित और मानक औषधियां उपलब्ध हो सकें।
