रायपुर।छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार कारण है ईडी (ED) की उनके रायपुर स्थित आवास पर छापेमारी। दिलचस्प बात यह है कि आज उनके बेटे चैतन्य बघेल का जन्मदिन भी है, और इसे लेकर भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है।
भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर कहा –
“जन्मदिन का जैसा तोहफ़ा मोदी और शाह जी देते हैं, वैसा दुनिया के किसी लोकतंत्र में और कोई नहीं दे सकता।“
“पिछली बार मेरे जन्मदिन पर मेरे सलाहकार और OSD के घर ED भेजी गई थी, और अब मेरे बेटे के जन्मदिन पर मेरे घर छापेमारी हो रही है। ऐसे तोहफों का ताउम्र एहसान रहेगा।“
रेड के बीच विधानसभा पहुंचे भूपेश बघेल
भूपेश बघेल के निवास पर करीब 12 ईडी अधिकारी और बड़ी संख्या में CRPF जवान तैनात किए गए हैं। बावजूद इसके, बघेल विधानसभा सत्र में शामिल होने निकल पड़े, जहां उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि “भूपेश बघेल न झुकेगा, न डरेगा।”
उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई इसलिए की जा रही है क्योंकि वे आज विधानसभा में अडानी और तमनार के जंगलों में पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाने वाले थे।
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई शराब घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की जा रही है। छापेमारी के चलते प्रशासन ने जिलेभर से फोर्स मंगाई है ताकि किसी भी तरह के कानून-व्यवस्था में व्यवधान न आए।
राजनीतिक बयानबाजी तेज
भूपेश बघेल का यह बयान स्पष्ट संकेत देता है कि मामला अब केवल जांच एजेंसियों की कार्रवाई का नहीं, बल्कि राजनीतिक टकराव का रूप ले चुका है। क्या यह ईडी की रूटीन जांच है या फिर राजनीतिक दबाव का प्रतीक? यह सवाल छत्तीसगढ़ की सियासत में ज़ोर पकड़ रहा है।

Author: Deepak Mittal
