हवाई यात्रा के लिए फ्लाइट टिकटों की कीमत को लेकर राहत भरी खबर है। आने वाले समय में त्योहारों, छुट्टियों या किसी आपात स्थिति में फ्लाइट के टिकटों की कीमत में मनमानी बढ़ोतरी पर रोक लग सकती है।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) हवाई किराए को लेकर सख्ती दिखा रहा है, जिससे मनमाने किराए पर रोक लगेगी।
अचानक बढ़ते किराए पर जताई गई चिंता
ET (इकोनॉमिक टाइम्स) की रिपोर्ट के अनुसार, संसद की लोक लेखा समिति (PAC) ने हाल ही में फ्लाइट किराए में अचानक होने वाली भारी बढ़ोतरी पर चिंता जताई थी। समिति ने उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे कुछ खास मौकों पर जैसे महाकुंभ या आतंकी हमले के बाद कुछ रूट्स पर किराए अचानक तीन से चार गुना तक बढ़ जाते हैं। इसके बाद DGCA ने फैसला किया है कि वह इस समस्या को हल करने के लिए जल्दी ही गाइडलाइन जारी करेगा।
बड़ी एयरलाइंस और अधिकारी समिति के सामने पेश
ET की रिपोर्ट के अनुसार, समिति की बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के बड़े अधिकारी और प्रमुख एयरलाइंस जैसे एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइसजेट और अकासा एयर के CEO और अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में सांसदों ने सवाल उठाए कि आखिर किस आधार पर अचानक किराए इतने ज्यादा बढ़ा दिए जाते हैं? यात्रियों को क्यों मजबूरी में महंगे टिकट खरीदने पड़ते हैं?
अब नहीं चलेगी मनमानी! DGCA बनाएगा सख्त नियम
ET की रिपोर्ट के अनुसार, DGCA ने साफ कहा है कि वह हवाई टिकटों की कीमतों में अनुचित और अचानक बढ़ोतरी को रोकने के लिए नियमों में बदलाव करेगा। इस नए नियम के तहत एयरलाइंस को यह बताना होगा कि किराया किस आधार पर तय किया गया है और उसमें अचानक वृद्धि क्यों की गई। यह नियम विशेषकर त्योहारों, छुट्टियों और आपात स्थितियों में लागू होंगे, ताकि यात्रियों से मनमाना किराया वसूलने पर रोक लगाई जा सके।
सुरक्षा पर भी उठे सवाल
बैठक के दौरान सांसदों ने सिर्फ किराए ही नहीं, बल्कि विमानों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाए और कहा गया कि सिविल एविएशन सिक्योरिटी ब्यूरो का स्वतंत्र ऑडिट होना चाहिए ताकि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।
यात्रियों को क्या होगा फायदा?
अगर यह गाइडलाइन लागू होती है, तो यात्रियों को कई फायदे मिलेंगे। जैसे त्योहारों और छुट्टियों में फ्लाइट टिकट सस्ती मिलेंगी। आपात स्थिति में टिकट की ब्लैक मार्केटिंग पर रोक लगेगी।
